Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 01:10 PM
पंजाब के सरकारी स्कूलों के क्लासरूम अब प्राइवेट अंग्रेजी स्कूलों की तरह दिखाई देंगे। सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए जहां क्लासरूम्स में पुस्तक और खिलौनों के विशेष कार्नर स्थापित किए जाएंगे,...
अमृतसर(दलजीत): पंजाब के सरकारी स्कूलों के क्लासरूम अब प्राइवेट अंग्रेजी स्कूलों की तरह दिखाई देंगे। सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों को शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए जहां क्लासरूम्स में पुस्तक और खिलौनों के विशेष कार्नर स्थापित किए जाएंगे, वहीं अध्यापक बच्चों को बाल गीत और दिलचस्प कहानियां सुना कर उनका मनोरंजन करेंगे।
इसके अलावा 14 नवम्बर को पंजाब के प्राइमरी स्कूलों में प्री-प्राइमरी क्लासों की शुरूआत पर अध्यापक बच्चों के लिए स्वागती कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। शिक्षा विभाग द्वारा प्राइमरी स्कूलों का रूप अनोखा बनाने के लिए ऐसी पहलकदमी की जा रही है।जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार के आदेशानुसार राज्यभर के प्राइमरी स्कूलों में नवम्बर से प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने का फैसला किया गया है। सरकार के आदेश को व्यवहार रूप देते हुए शिक्षा विभाग उक्त कक्षाओं के बच्चों को आकर्षक ढंग से पढ़ाई करवाने में कोई भी कसर नहीं छोडऩा चाहता।
विभाग के सचिव द्वारा राज्यभर के समूह जिला शिक्षा अधिकारी को जारी पत्र में दिया गया है कि हरेक क्लासरूम में बच्चों को प्रेरित करने वाली किताबें और खिलौनों के कार्नर बनाए जाएं। इसके अलावा 14 नवम्बर को बच्चों के लिए चार्ट, पोस्टर, बैनर आदि लगाकर कमरे विशेष तौर पर तैयार किए जाएं। बच्चों की रजिस्ट्रेशन के लिए एक विशेष काऊंटर लगाया जाए जहां मौजूद रजिस्टर में 3 से 6 साल के बच्चों को दाखिल करके उसका नाम दाखिला खारिज और हाजिरी रजिस्टर में दर्ज किया जाए।
अधिकारियों की जिम्मेदारी हुई तय
सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी क्लासें शुरू करने और राज्य के बच्चों को मानकीय शिक्षा मुहैया करवाने के यत्नों को पूरा करने के लिए विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। विभिन्न गतिविधियों के लिए स्कूल प्रमुख की जिम्मेदारी तय की गई है जबकि अच्छी देखरेख की जिम्मेदारी डी.ई.ओ, डिप्टी डी.ई.ओ, डाइट प्रिंसीपल, बी.पी.ई.ओ. और पढ़ो पंजाब की टीमों को सौंपी गई है। समूह शिक्षा अधिकारियों को 14 नवम्बर को निजी तौर पर समागमों में शामिल होने के लिए कहा गया है।
पढ़ो पंजाब-पढ़ाओ पंजाब तैयार करेगा अनमोल हीरे
प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता के लिए शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ो पंजाब-पढ़ाओ पंजाब प्रोजैक्ट चलाया जा रहा है। प्रोजैक्ट की ही निरंतरता में पहली क्लास में दाखिला लेने वाले बच्चों को प्राइमरी शिक्षा ग्रहण करने के लिए तैयार करना और उनका सर्वपक्षीय विकास करने के लिए प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने का विभागों ने प्रयास किया है।
बच्चों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
प्री-प्राइमरी क्लासरूम्स में बच्चे खिलौने, दिलचस्प किताबें आदि के द्वारा शिक्षा हासिल करेंगे। विशेषज्ञ अध्यापक और वर्करों की देख-रेख में बच्चों का सर्वपक्षीय विकास होगा। क्लासरूम साफ-सुथरे और प्रकाश युक्त होंगे। बच्चों को किसी प्रकार की समस्या न आए, स्कूली स्टाफ इस पर विशेष तौर पर ध्यान देगा।
अध्यापक करें घर-घर जाकर सर्वेक्षण
विभाग द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है। सरकारी अध्यापक घर-घर जाकर 3 से 6 वर्ष के बच्चों को स्कूलों में दाखिल करने के लिए विशेष सूची तैयार करके स्कूल न जाने वाले बच्चों के माता-पिता को सरकारी स्कीमों के लाभ बताकर उत्साहित करते हुए स्कूलों में लेकर आएं। विभाग के प्रयासों का मुख्य मकसद है कि कोई भी विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रह जाए।
गण्यमान्यों को भी किया जाए स्वागती कार्यक्रमों में शामिल
विभाग ने स्कूल के इंचार्जों को कहा है कि 14 नवम्बर को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस पर स्कूलों में रखे गए स्वागती कार्यक्रमों का प्रभावशाली ढंग से आयोजन किया जाए। प्रोग्रामों में गांव के सरपंच और अन्य गण्यमान्य सज्जनों और आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परोंं को शामिल होने के लिए न्यौता दिया जाए। विभाग की तरफ से शुरू किए जा रहे प्री-प्राइमरी क्लासरूम्स दिखाकर सरकार के उद्देश्य को लोगों तक पहुंचाया जाए।
बच्चों को दाखिल करवाने आए अध्यापक होंगे सम्मानित
जिला शिक्षा अधिकारी एलीमैंटरी सुखविन्द्र सिंह के साथ इस संबंधी जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अध्यापकों में प्री-प्राइमरी क्लासों को लेकर भारी उत्साह है। जिले के स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चे दाखिल हो रहे हैं। 14 नवम्बर को जो माता-पिता अपने बच्चों को दाखिल करवाने स्कूल आएंगे उनका विशेष सत्कार किया जाएगा। विभाग की तरफ से शुरू किए गए प्रयासों के भविष्य में काफी सार्थक निष्कर्ष सामने आएंगे।