Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 01:46 PM
बी.एड. अध्यापक फ्रंट पंजाब की गढ़दीवाला इकाई की एक बैठक आज ब्लाक प्रधान संजीव धूत की अध्यक्षता में हुई जिसमें जसवीर बोदल कैशियर पुरानी पैंशन बहाली संघर्ष कमेटी
तथा तिलक राज महासचिव विशेष तौर पर शामिल हुए।
गढ़दीवाला(जितेन्द्र): बी.एड. अध्यापक फ्रंट पंजाब की गढ़दीवाला इकाई की एक बैठक आज ब्लाक प्रधान संजीव धूत की अध्यक्षता में हुई जिसमें जसवीर बोदल कैशियर पुरानी पैंशन बहाली संघर्ष कमेटी
तथा तिलक राज महासचिव विशेष तौर पर शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए संजीव धूत ने कहा कि पंजाब सरकार अपनी लोक मारू नीतियों के कारण पंजाब के शिक्षा तंत्र को तहस-नहस करने पर तुली हुई है। तिलक राज ने कहा कि सरकार वर्ष 2001 से लगे बी.एड. अध्यापक, जो ई.टी.टी. टीचर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं, उन्हें जबरदस्ती अपने खर्चे पर ब्रिज कोर्स करने के लिए मजबूर कर रही है, जोकि सरासर धक्का है।
जत्थेबंदी कभी भी इस धक्के को बर्दाश्त नहीं करेगी। जो अध्यापक बी.एड. की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं और 17 वर्ष से टीङ्क्षचग कर रहे हैं उन्हें अनट्रेंड कहना भला कहां तक सही है? जगविन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार मिडिल स्कूलों की पोस्टें दूसरे स्कूलों में शिफ्ट कर रही है।
सरकार इन स्कूलों में से पोस्टें उठाकर गरीबों के बच्चों के हाथ से शिक्षा छीनने का भद्दा मजाक कर रही है। पंजाबी या हिन्दी में से एक अध्यापक, ड्राइंग या पी.टी.आई. में से एक अध्यापक स्कूलों में देना
कहां की अकलमंदी है? यह मातृभाषा पंजाबी और राष्ट्रभाषा हिन्दी का भी अपमान है। क्या ड्राइंग अध्यापक अच्छे खिलाड़ी देश को दे सकेगा या फिर एक पी.टी.आई. बच्चों से कला का सही निर्माण करवा
सकेगा? क्या सरकार की नजर में शिक्षा एक व्यापार है?
अध्यापक नेता संजीव कोई ने कहा कि सरकार स्कूल अध्यापकों की नाजायज बी.एल.ओज की ड्यूटी लगाकर उनसे नाजायज काम ले रही है जिससे बच्चों की पढ़ाई का भारी नुक्सान हो रहा है जो तुरंत बंद होना चाहिए। जसवीर बोदल ने कहा कि सरकार को ऐसे शिक्षा तुजुर्बे बंद करने चाहिएं और वर्ष 2004 से बंद पड़ी पुरानी पैंशन स्कीम जल्द से जल्द बहाल होनी चाहिए।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने ये तजुर्बे बंद करके पुरानी पैंशन जल्दी बहाल न की तो बी.एड. अध्यापक फ्रंट संघर्ष को और ज्यादा तीखा करेगा।