Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 09:06 AM
पंजाब सरकार द्वारा किसानों का कर्जा माफी की जारी की गई लिस्ट को सरकार की ड्रामेबाजी करार देते हुए किसानों ने भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के नेतृत्व में ब्लाक प्रधान दर्शन सिंह शादीहरी की अध्यक्षता में तहसीलदार दफ्तर दिड़बा में धरना दिया। धरने...
दिड़बा मंडी (अजय): पंजाब सरकार द्वारा किसानों का कर्जा माफी की जारी की गई लिस्ट को सरकार की ड्रामेबाजी करार देते हुए किसानों ने भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के नेतृत्व में ब्लाक प्रधान दर्शन सिंह शादीहरी की अध्यक्षता में तहसीलदार दफ्तर दिड़बा में धरना दिया। धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता दिलबाग सिंह हरीगढ़ ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार चुनाव मौके किए वायदों से भाग कर किसानों को सरकारी दफ्तरों में परेशान करवा रही है। चुनाव दौरान किए वायदों को पूरा करने की जगह सरकार सरकारी स्कूल बंद करने, सरकारी थर्मल प्लांट बंद करने जैसे लोक विरोधी फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसानों की तरफ से 22 जनवरी से डी.सी. दफ्तर समक्ष 5 दिन का धरना दिया जाएगा।
इस मौके पर गुरमेल सिंह कैंपर, बलवीर सिंह कौहरियां, बलदेव सिंह उभ्या, विद सिंह दिड़बा, प्यारा सिंह जनाल, कर्मजीत सिंह कौहरियांं, भरपूर सिंह गुज्जरां, सुखजिन्द्र सिंह दिड़बा, परगट सिंह आदि उपस्थित थे। प्रशासन द्वारा कर्जा माफी की गांवों में लगाई जा रही लिस्टों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक संगरूर के प्रधान गोबिन्दर सिंह मंगवाल के नेतृत्व में किसानों ने रोष प्रकट किया। वक्ताओं ने बताया कि गांवों में जो लिस्टें लगाई जा रही हैं उनमें सरकार और प्रशासन की बहुत बड़ी अनदेखी और राजनीति की गई है। जो किसान कर्जा माफी की स्कीम अधीन रह गए हैं, वे तकरीबन 30 प्रतिशत हैं और बाकी 70 प्रतिशत किसानों को नजरअन्दाज किया गया जिसका जत्थेबंदी की तरफ से विरोध किया जा रहा है।
किसानों ने बताया कि वे इस संबंध में एस.डी.एम. को मिले व उनके पास रोष प्रकट किया। नेताओं ने कहा कि माल विभाग के पास किसानों का सारा रिकार्ड है। उलटा आर्थिक तंगी झेल रहे किसानों की अर्जी पर्चियों द्वारा लूट की जा रही है जो कभी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके गोबिन्द सिंह, स्यामदास, नाजर सिंह, पाला सिंह आदि उपस्थित थे।