Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 02:49 PM
साढ़े 13 करोड़ की लागत से कैंटोनमैंट क्षेत्र में होने वाले सीवरेज निर्माण में घोटाले की जांच के लिए फिर से केन्द्रीय ब्यूरो ऑफ इंवैस्टीगेशन (सी.बी.आई.) के अधिकारी फिरोजपुर पहुंचे। उन्होंने कई अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ के अलावा कुछ दस्तावेज...
फिरोजपुर (जैन): साढ़े 13 करोड़ की लागत से कैंटोनमैंट क्षेत्र में होने वाले सीवरेज निर्माण में घोटाले की जांच के लिए फिर से केन्द्रीय ब्यूरो ऑफ इंवैस्टीगेशन (सी.बी.आई.) के अधिकारी फिरोजपुर पहुंचे। उन्होंने कई अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ के अलावा कुछ दस्तावेज भी हासिल किए हैं ताकि जांच को पूरा किया जा सके। मार्च 2016 में सी.बी.आई. की टीम जब पहली बार उक्त केस की जांच के संबंध में आई थी तो बाजारों को खोदकर पाइपों की चैकिंग के दौरान मिला कि कई जगहों पर पाइपें ही नहीं डालीं और ठेकेदार को पैमेंट कर दी गई थी। उस समय 2 दिन तक चली जांच में सभी दस्तावेज व कम्प्यूटर पाट्र्स अधिकारियों द्वारा कब्जे में ले लिए थे। दूसरी बार फिर जांच को आई टीम ने ठेकेदारों के गोदामों के अलावा उज्जाधिकारी के घर में दबिश देकर कुछ दस्तावेज जुटाए थे। इसके बाद सी.बी.आई. ने सीवरेज डालने वाले कुछ ठेकेदारों के अलावा सम्बन्धित शाखा के अधिकारियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसके बाद जांच प्रक्रिया ढीली पड़ गई थी। जानकार बताते हैं कि अगर इस केस की जांच पूरी निष्पक्षता के साथ हो तो कई जांच के घेरे में आ सकते हैं।पता चला है कि शिकायतकत्र्ता द्वारा पूरा मामला केन्द्र सरकार के उज्ज मंत्रियों व मुख्य विभागों में उठाने के बाद जांच फिर से शुरू हुई, जिसके बाद सी.बी.आई. ने एक अधिकारी को जांच के लिए चंडीगढ़ बुलाया और फिर अब कुछ अधिकारी फिरोजपुर में पूछताछ के लिए पहुंचे हैं।
3 साल बाद भी नहीं पूरा हुआ काम
सीवरेज निर्माण की डैडलाइन खत्म होने के बावजूद & साल में भी निर्माण पूरा नहीं हुआ। शुरूआती दौर में एक पार्षद द्वारा लोगों को साथ लेकर सीवरेज निर्माण में छोटी पाइपें व घटिया मैटीरियल इस्तेमाल करने के विरोध में बोर्ड के खिलाफ रोष मार्च निकाला था। सीवरेज के कारण जहां कैंट की सड़कों का बुरा हाल है, वहीं लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में बोर्ड के अधिशासी अधिकारी ओमपाल सिंह से फोन पर सम्पर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, जबकि कार्यालय सुपरिंटैंडैंट ने मात्र इतना कहा कि सी.ई.ओ. साहिब यहां नहीं हैं, इससे ’यादा वह कुछ नहीं बता सके।
पूरा हो चुका है काम
एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि सीवरेज के काम में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ और काम पूरी ईमानदारी से पूरा हो चुका है, जबकि कुछ शरारती तत्व बोर्ड को बदनाम करने की साजिशें रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही कनैक्शन जोडऩे का काम शुरू किया जा रहा है।