Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Nov, 2017 02:59 PM
आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन द्वारा मांगों की पूॢतके लिए संघर्ष तेज किया जा रहा है। पंजाब सरकार उनके संघर्ष को असफल करने के लिए तरह-तरह के हत्थकंडे अपना रही है। सरकार के अपनाए ढंग का जवाब देने के लिए आज....
अमृतसर (दलजीत): आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन द्वारा मांगों की पूॢतके लिए संघर्ष तेज किया जा रहा है। पंजाब सरकार उनके संघर्ष को असफल करने के लिए तरह-तरह के हत्थकंडे अपना रही है। सरकार के अपनाए ढंग का जवाब देने के लिए आज पूरे पंजाब में सीटू ने जिला केंद्रों पर एकत्र होकर चक्का जाम कर आंगनबाड़ी वर्करों के संघर्ष की हिमायत की है। इस संबंध में 2 नवम्बर को कंपनी बाग अमृतसर सीटू से संबंधित जत्थेबंदियों के हजारों वर्करों ने रैली की और शहर में मार्च किया।
रैली में भारी संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर/ हैल्पर गुरमिन्द्र कौर प्रधान और हरजिन्द्र कौर महासचिव और आशा वर्कर प्रधान रघबीर कौर के नेतृत्व में, नगर निगम अमृतसर के साथी मेजर सिंह बिक्का, बलविन्द्र सिंह और लाल झंडा ग्रामीण चौकीदार तरसेम सिंह के नेतृत्व में शामिल हुए। ट्रांसपोर्ट वर्करों का नेतृत्व नरिन्द्रपाल ने किया। इस मार्च में मिड-डे मील वर्कर भी शामिल हुए।
रैली को संबोधित करते प्रांतीय सचिव सुच्चा सिंह अजनाला ने पटियाला में घटी घटना की निंदा की और जो झूठे केस वर्करों पर डाले गए हैं उनको तुरंत वापिस लेने की मांग की। उन्होंने कम से कम वेतन और मेहनताना वाली मांग की पूर्ति के लिए 9 से 11 नवम्बर 2017 को संसद का घेराव करने के लिए 30,000 वर्कर पंजाब से दिल्ली पहुंचेंगे। इनमें अमृतसर से 3000 वर्कर शामिल होंगी।