Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 01:09 PM
पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के लिए इस समय सबसे बड़ी सरदर्दी पंजाब में बढ़ती गैंगस्टरों की संख्या बनी हुई है। इस समय पंजाब में हालात यह है कि बड़ी वारदातों में गैंगस्टरों की भूमिका जगजाहिर हो गई है।
पटियाला (बलजिन्द्र): पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के लिए इस समय सबसे बड़ी सरदर्दी पंजाब में बढ़ती गैंगस्टरों की संख्या बनी हुई है। इस समय पंजाब में हालात यह है कि बड़ी वारदातों में गैंगस्टरों की भूमिका जगजाहिर हो गई है।
ऐसे में पटियाला की बात की जाए तो पटियाला में कोई नामी गैंगस्टर ग्रुप नहीं बना है परंतु पिछले 5 सालों में न केवल पंजाब बल्कि हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश तक के गैंगस्टरों की पनाहगाह पटियाला बना हुआ है। वारदातों को अंजाम देने के बाद कई गैंगस्टर पटियाला में रहे हैं और कई खतरनाक गैंगस्टरों की गिरफ्तारियां भी पटियाला से की गई हैं। पटियाला के सी.आई.ए. स्टाफ (क्राइम इन्वैस्टीगेशन एजैंसी), आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल विंग और पटियाला पुलिस की तरफ से पिछले 4 साल में लगभग 3 दर्जन नामी गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 10 खतरनाक गैंगस्टर भी शामिल हैं।
पटियाला की जेल में 3 दर्जन गैंगस्टर बंद
पटियाला में 2 नामी जेलें हैं। इनमें एक केंद्रीय जेल पटियाला और दूसरी नाभा की मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल है। दोनों में लगभग 3 दर्जन गैंगस्टर बंद हैं।
पटियाला पुलिस द्वारा एक दर्जन केस गैंगस्टरों के खिलाफ दर्ज
पटियाला पुलिस द्वारा एक दर्जन केस गैंगस्टरों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। इनमें न केवल पंजाब, बल्कि उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के गैंगस्टर शामिल हैं। अधिकतर केस गैंगस्टरों की गिरफ्तारियों के दर्ज किए गए हैं।
मोहाली व चंडीगढ़ के गैंगेस्टर भी लेते हैं पनाह
पनाह लेने के लिए पिछले समय दौरान गैंगस्टरों की पटियाला पहली पसंद रहा है। पटियाला के साथ-साथ मोहाली व चंडीगढ़ में भी गैंगस्टर बड़ी संख्या में पनाह लेते रहे हैं। पटियाला में पंजाबी यूनिवर्सिटी के अलावा काफी नामी शिक्षण संस्थाएं होने के साथ-साथ आऊटर कालोनियां, पी.जी. हैं जहां गैंगस्टरों द्वारा पनाह लेने को पहल दी जाती है।स्थानीय गैंगस्टर ग्रुप न होने के कारण यहां गैंगवार की घटनाएं काफी कम हुई हैं। कुछ साल पहले पाल पहलवान और पुष्पिंद्र ताऊ ग्रुप में गांव काला में गैंगवार हुई थी, जिसमें पाल पहलवान की मौत हो गई थी। इसके बाद पटियाला में कोई बड़ी गैंगवार नहीं हुई।
पटियाला में गैंगस्टरों की तरफ से की गई वारदातें
पिछले 5 सालों की बात की जाए तो पटियाला में गैंगस्टरों की तरफ से जिन वारदातों को अंजाम दिया गया है, उनमें पिछले साल 27 नवम्बर को नाभा जेल ब्रेक सबसे बड़ी वारदात थी। जिसमें गैंगस्टरों ने नाभा की मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल पर हमला करके 4 गैंगस्टरों और 2 आतंकवादियों को छुड़वा लिया था।
इससे पहले पिछले साल ही मार्च में गैंगस्टरों ने नाभा के सिविल अस्पताल में से पुलिस पार्टी की आंखों में मिर्च डाल कर पलविंद्र पिंदा को छुड़वा लिया था। इस साल की बात की जाए तो मई में बनूड़ में कैश वैन की लूट की गई। जिसमें से 1 करोड़ 33 लाख रुपए की लूट की गई। पुलिस ने जितनी जांच की उसमें गैंगस्टरों की भूमिका ही सामने आई है। पंचकूला में बाऊंसर मीत के कत्ल केस के तार भी पटियाला जेल में बैठे गैंगस्टरों के साथ जोड़ कर देखा जा रहा है।