Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 05:39 PM
स्थानीय निगम चुनावों को लेकर स्थानीय भाजपा ने सोमवार देर रात 10 उम्मीदवारों की सूची देर सायं जारी कर दी है। कुछ वार्डों में कुछ दावेदारों द्वारा टिकट की जिद्द की जा रही थी, जिसे देख प्रदेश भाजपा ने टिकट की दावेदारी के मामलों पर छोटे-छोटे विवादों को...
अमृतसर (महेन्द्र): स्थानीय निगम चुनावों को लेकर स्थानीय भाजपा ने सोमवार देर रात 10 उम्मीदवारों की सूची देर सायं जारी कर दी है। कुछ वार्डों में कुछ दावेदारों द्वारा टिकट की जिद्द की जा रही थी, जिसे देख प्रदेश भाजपा ने टिकट की दावेदारी के मामलों पर छोटे-छोटे विवादों को सुलझाते हुए जहां कोई न कोई रास्ता निकाला, वहीं कुछ ऐसे भी नेता थे, जिन्होंने अपनी पार्टी की बजाय रिश्तेदारी को महत्व देते हुए पार्टी से टिकट मांगना उचित नहीं समझा।
वर्णनीय है कि वार्ड नंबर 51 से पूर्व पार्षद बलदेव राज बग्गा अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे, वहीं पूर्व पार्षद सुखमिन्द्र सिंह पिंटू अपनी माता गुरदर्शन कौर के लिए टिकट मांग रहे थे। पार्टी के दोनों पूर्व पार्षद पार्टी के लिए पूरे वफादार रहे हैं, जिसकी वजह से पार्टी हाईकमान इस वार्ड को लेकर धर्म संकट में फंस गई थी। आखिर पार्टी हाईकमान ने इसका कोई दूसरा समाधान निकालते हुए पूर्व पार्षद बलदेव राज बग्गा को प्रदेश भाजपा का प्रवक्ता नियुक्त कर डाला और टिकट पूर्व पार्षद पिंटू की माता गुरदर्शन कौर के नाम पर जारी करके इस विवाद को सुलझाने में कामयाबी हासिल की।
विरोधी पार्टी से मेयर पद के दावेदार ने ससुर के लिए छोड़ा मैदान
शहर में इस बात की भी खूब चर्चा है कि भाजपा के एक सिटिंग पार्षद रहे नेता के ससुर जोकि कांगे्रस पार्टी से मेयर पद के भी दावेदार हैं, वह उसी वार्ड से निगम चुनाव लडऩे जा रहे थे, जहां से भाजपा के वह नेता सिटिंग पार्षद रहे थे, लेकिन भाजपा के उस सिटिंग पार्षद ने अपने ससुर की कांग्रेस पार्टी में मेयर पद की दावेदारी को देखते हुए भाजपा से टिकट हासिल करना उचित ही नहीं समझा।
हालांकि अगर वह चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर करते तो उन्हें टिकट मिलना निश्चित था, लेकिन उन्होंने पार्टी की बजाय रिश्तेदारी का फर्ज पूरा करते हुए अपनी विरोधी पार्टी कांग्रेस से जुड़े ससुर साहिब की मेयर पद की दावेदारी के आगे अपनी भाजपा से पार्षद की टिकट की दावेदारी ही कुर्बान कर दी।