Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 11:47 AM
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत राज्य के शिक्षा विभाग की तरफ से सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले पहली से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सर्दी के मौसम की वर्दी के लिए 400 रुपए प्रति विद्यार्थी के हिसाब से फंड जारी किया जाता है, परंतु इस साल सर्दी का...
फरीदकोट(हाली): सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत राज्य के शिक्षा विभाग की तरफ से सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले पहली से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सर्दी के मौसम की वर्दी के लिए 400 रुपए प्रति विद्यार्थी के हिसाब से फंड जारी किया जाता है, परंतु इस साल सर्दी का मौसम पूरी तरह से शुरू होने के बावजूद अभी तक छठी से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए ग्रांट जारी नहीं हुई है।
ऐसे में जिले के 160 सरकारी स्कूलों में इन कक्षाओं में पढऩे वाले करीब 20 हजार विद्यार्थी सरकार और विभाग का मुंह देख रहे हैं। वहीं अभिवावकों व समाजसेवी संस्थाओं ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि है कि बच्चों को जल्द ही वर्दियां उपलब्ध करवाई जाए।
विद्यार्थियों को दिया जाता है यह सामान
जानकारी के अनुसार सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सर्दी के मौसम में वर्दी के रूप में सरकारी स्कूलों में पढऩे वाली लड़कियों को सलवार-सूट, दुपट्टा, बूट-जुराबें, जर्सी और लड़कों को पैंट-शर्ट, दस्तार या टोपी, बूट-जुराबें और जर्सी दी जाती हैं। इस योजना का लाभ हर वर्ग की लड़कियों के अलावा आरक्षित जातियों और बी.पी.एल. वर्ग के लड़कों को भी मिलता है। इस वर्ष विभाग ने पहली से 5वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए तो फंड रिलीज कर दिया है, परंतु छठी से 8वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए फंड का इंतजार किया जा रहा है।
400 रुपए में तैयार नहीं होती वर्दी
विभाग के सूत्रों का दावा है कि केंद्र सरकार ने इस ग्रांट बारे राज्य सरकारों को सुझाव दिया था कि वह इसमें योगदान देकर विद्याॢथयों को अच्छी क्वालिटी की वर्दी बनाकर दे परंतु राज्य सरकार ने इस सुझाव पर अमल नहीं किया, जिस कारण गत 6 साल से वर्दी की राशि 400 रुपए पर ही रुकी हुई है। अध्यापकों के अनुसार विद्यार्थी की सॢदयों के लिए अच्छी क्वालिटी की वर्दी कम से कम 1500 रुपए में तैयार होती है। इसमें पैंट के 300 रुपए, कमीज के 250 रुपए, बूट के 300 रुपए, जुराब के 40 रुपए और जर्सी के 300 रुपए शामिल हैं।