Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 11:17 AM
वीरवार दोपहर बाद केन्द्रीय जेल होशियारपुर में जेल प्रबंधन को आंख दिखाते हुए जेल के अंदर पुरानी रंजिश को लेकर कैदियों के 2 गुटों के बीच जमकर न सिर्फ हाथापाई हुई बल्कि जानलेवा हमला कर सुखदेव सिंह ढिल्लों को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
होशियारपुर,(अमरेन्द्र): वीरवार दोपहर बाद केन्द्रीय जेल होशियारपुर में जेल प्रबंधन को आंख दिखाते हुए जेल के अंदर पुरानी रंजिश को लेकर कैदियों के 2 गुटों के बीच जमकर न सिर्फ हाथापाई हुई बल्कि जानलेवा हमला कर सुखदेव सिंह ढिल्लों को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार धारा 307 के मामले में बंद चल रहे घायल कैदी सुखदेव सिंह ढिल्लों हाल ही में जेल आया था। सूत्रों के अनुसार जेल के अंदर सुबह भी ढिल्लों पर हमला किया गया लेकिन जेल प्रबंधन व कैदियों ने मिलकर दोनों ही गुटों को समझा-बुझाकर मामला शांत करवा दिया था।
सैन्ट्रल जेल के अंदर सुखदेव सिंह ढिल्लों के सिर में काफी ज्यादा चोटें आई हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जेल के अंदर हमलावर कैदियों के पास घायल करने वाला सामान कैसे पहुंचा। जेल प्रबंधन का कहना है कि दोपहर बाद जैसे ही फिर से सुखदेव ढिल्लों पर हमला हुआ जेल कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों ही हमलावरों को पकड़ कर सैल में बंद कर घायल सुखदेव ढिल्लों को तत्काल इलाज के लिए सिविल अस्पताल में दाकिल करवा दिया।
क्षमता से अधिक ठूंसे गए हैं कैदी
अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल में जिला जेल का दर्जा बढ़ाकर इसको केन्द्रीय जेल कर दिया गया लेकिन यहां पर जरूरतों को पूरा नहीं किया गया। न तो जेल की क्षमता बढ़ाई गई और न ही मुलाजिमों की कमी पूरी की गई। वर्तमान में जेल में कैदियों को रखने की क्षमता 603 है, जबकि यहां 850 कैदी हैं।कैदियों के लिए 12 बड़ी, 20 छोटे सैल हैं। बैरकों व सैलों में क्षमता से अधिक कैदी ठूंसे गए हैं।