Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 02:01 PM
रेलवे बोर्ड सलाहकार समिति के सदस्य चौधरी रामशरण दास की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक कंडी क्षेत्र के गांव भेड़ा में हुई। इस अवसर पर अद्र्ध पहाड़ी क्षेत्र के गांव भवनौर, रामगढ़, भम्बोताड़, चमूही, हरि-वहि, फतेहपुर, नंगल खनौड़ा, भोल कलोता, बरिंगली,...
मुकेरियां (सुदर्शन): रेलवे बोर्ड सलाहकार समिति के सदस्य चौधरी रामशरण दास की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक कंडी क्षेत्र के गांव भेड़ा में हुई। इस अवसर पर अद्र्ध पहाड़ी क्षेत्र के गांव भवनौर, रामगढ़, भम्बोताड़, चमूही, हरि-वहि, फतेहपुर, नंगल खनौड़ा, भोल कलोता, बरिंगली, अम्बी, टोहलू, निक्कूचक्क, आसिफपुर, सवार, वडालियां, पड़ेलिया तथा अन्य गांवों की जनता ने सलाहकार बोर्ड के प्रतिनिधि चौधरी रामशरण दास को रेल यात्रियों को सफर करते समय पेश आ रही कठिनाइयों के प्रति अवगत करवाते हुए बताया कि कंडी क्षेत्र के 227 गांवों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के अनेक सीमावर्ती गांवों की जनता को समीपी रेलवे स्टेशन दसूहा या मुकेरियां ही पड़ता है।
कई गांवों के नागरिकों को तो 40 कि.मी. से भी अधिक सफर करके रेल सेवा प्राप्त करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि कुछ सुपरफास्ट गाडिय़ां न तो मुकेरियां और न ही दसूहा में खड़ी होती हैं। ऐसी गाडिय़ों को पकडऩे के लिए लगभग 150 कि.मी. दूर पठानकोट या जालंधर जाना पड़ता है। लोगों की मांग है कि 1948 में बने रेलवे स्टेशन मुकेरियां के प्लेटफार्म को ऊंचा किया जाए ताकि वयोवृद्ध व बीमार यात्रियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
चौधरी रामशरण ने क्षेत्रवासियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों की प्रतिलिपियां केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को भेज दी जाएंगी और साथ में सुपरफास्ट गाडिय़ां मुकेरियां, दसूहा में रोकने हेतु एवं कंडी क्षेत्र के तीनों अंगों की सेनाओं में कार्यरत सैनिकों की रेल यातायात समस्याओं के प्रति भी सलाहकार रेलवे बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को रखा जाएगा।