Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Feb, 2018 07:50 AM
प्रदेश में समलैंगिक युवकों का शारीरिक व आॢथक शोषण करने वाले कई प्रमुख गैंग सक्रिय हैं। उक्त गैंगों में शामिल समाज विरोधी तत्व सम्पन्न परिवारों से संबंधित समलैंगिक युवकों का शारीरिक शोषण कर उनकी वीडियो बनाने के बाद जहां उनको ब्लैकमेल कर मोटी रकम ऐंठ...
कपूरथला(भूषण): प्रदेश में समलैंगिक युवकों का शारीरिक व आॢथक शोषण करने वाले कई प्रमुख गैंग सक्रिय हैं। उक्त गैंगों में शामिल समाज विरोधी तत्व सम्पन्न परिवारों से संबंधित समलैंगिक युवकों का शारीरिक शोषण कर उनकी वीडियो बनाने के बाद जहां उनको ब्लैकमेल कर मोटी रकम ऐंठ रहे हैं, वहीं ऐसे गैंग से जुड़े लोग बड़ी संख्या में उनको लालच देकर उन्हें हिजड़ा बनाने की गतिविधियों में लगे हुए हैं। कपूरथला पुलिस द्वारा विगत दिनों एक समलैंगिक युवकों की वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने के मामले में पकड़े गए गैंग की गतिविधियां भी लगभग ऐसी ही रही हैं।
बड़ी संख्या में समलैंगिक युवकों का करते हैं समाज विरोधी तत्व शोषण
प्राकृतिक तौर पर समलैंगिक युवकों की प्रदेशभर में बड़ी संख्या होने का फायदा ऐसे गैंग से जुड़े समाज विरोधी तत्व उठा रहे हैं, जो उक्त युवकों को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों में ढूंढ कर उनसे दोस्ती कर उनका जमकर शोषण कर रहे हैं। इनमें से कई युवक ऐसे भी हैं, जो खाते-पीते घरों से संबंधित हैं, लेकिन समलैंगिक होने के कारण वे गलत आदतों का शिकार हो जाते हैं, जिसके कारण वे अक्सर भीड़-भाड़ वाले स्थानों में घूमते हैं, जहां ये युवक ऐसे गैंग के हाथ चढ़ जाते हैं, जो इनकी शारीरिक कमजोरी का फायदा उठाते हुए पहले तो उनके साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं, फिर उनकी वीडियो बनाकर उनसे हजारों रुपए की रकम हड़पते हैं।
एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में इस समय कम से कम 70 हजार समलैंगिक लोग हैं, जिनमें कई ऐसे भी लोग हैं, जिनके बारे में आम लोगों को पता भी नहीं होता, लेकिन वे अपनी शारीरिक भूख को मिटाने के लिए किसी न किसी गैंग या शरारती तत्व के चंगुल में फंस जाते हैं। ऐसे समलैंगिक व्यक्ति बदनामी तथा अपनी शारीरिक हवस की पूॢत के लिए ज्यादातर मामलों में पुलिस को शिकायत भी नहीं करते व चुपचाप ऐसे लोगों की ब्लैकमेङ्क्षलग का शिकार हो जाते हैं।
उक्त मामलों के विभिन्न थानों की कई केस दर्ज
प्रदेश में ऐसे भी गैंग सक्रिय हैं जो समलैंगिक युवकों की शारीरिक मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें अपने जाल में फंसा लेते हैं। ये लोग पहले तो इन समलैंगिक युवकों को उनकी शारीरिक भूख शांत करने में मदद करते हैं। उसके पश्चात ये आपराधिक तत्व उक्त युवकों को उनकी आर्थिक तंगी का फायदा उठाते हुए उन्हें धोखे से हिजड़ों के ग्रुप में शामिल करवा देते हैं, जिनमें कई बार तो ऐसे समलैंगिक युवकों को हिजड़ा भी बना दिया जाता है। गौर हो कि पुलिस रिकार्ड की ओर नजर दौड़ाई जाए तो प्रदेश में विगत एक दशक के दौरान ऐसे 20 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें समलैंगिक युवकों को जबरदस्ती उनकी इच्छा के बिना हिजड़ा बनाया गया था। ऐसे मामलों में विभिन्न थानों की पुलिस मामले भी दर्ज कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं तथा काफी संख्या में समलैंगिक युवक ऐसे गैंग का शिकार बन रहे हैं।