Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Nov, 2017 08:36 PM
कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने 1984 घटनाक्रम को सिख नस्ल कुशी करार दिया है। पार्लीमानी नेता गाए कैरन ने हाऊस आफ कामन्स में अपने बयान की शुरुआत में कहा कि यह दंगे, दंगे नहीं बल्कि नस्ल कुशी थे। उन्होंने ने कहा कि भारत के ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह...
ओटावा: कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने 1984 घटनाक्रम को सिख नस्ल कुशी करार दिया है। पार्लीमानी नेता गाए कैरन ने हाऊस ऑफ़ कामन्स में अपने बयान की शुरुआत में कहा कि यह दंगे, दंगे नहीं बल्कि नस्ल कुशी थे। उन्होंने ने कहा कि भारत के ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह इस बात को कबूल कर चुके हैं। 1 नवंबर से 3 नवंबर तक कैनेडियन सिखों और मानवीय अधिकारों कारकुनों की तरफ से 1984 की सिख नस्ल कुशी की 33वीं बरसी मनाई जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि सिख पुरुषों को जिंदा जला दिया गया और अन्य को हवस का शिकार बनाया गया। बच्चों का भी बेरहमी के साथ कत्ल किया गया। मैं अच्छी तरह समझ सकता हूं कि कनाडा में ऐसे हजारों सिख रह रहे हैं, जिन्होंने यह संताप सहा है। एन.डी.पी. के पार्लीमानी नेता ने कहा कि ओंटारियो विधानसभा और दिल्ली असेंबली 1984 के इस घटनाक्रम को सिख नस्ल कुशी ऐलान कर चुका हैं। मुझे उम्मीद है कि एक दिन कनाडा की फेडरल सरकार भी ऐसा ही करेगी। इसी दौरान बरैंपटन ईस्ट (ओंटारियो) से राज ग्रेवाल और डेल्टा नॉर्थ से रवि काहलों ने यह मामला उठाते 1984 के दंगों को नसलकुशी ऐलानन की अपील की।