Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 10:04 AM
शिरोमणि अकाली दल (बादल) के सीनियर अकाली नेता 48 वर्षीय गुरनाम सिंह पुत्र सुरजीत सिंह निवासी गांव मन्नन के शव का पोस्टमार्टम रविवार को 3 डाक्टरों के पैनल में शामिल डा. जसविन्द्र सिंह, डा. मोहनप्रीत कौर व फार्मासिस्ट चरणजीत सिंह सपरा की देखरेख में हुआ।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): शिरोमणि अकाली दल (बादल) के सीनियर अकाली नेता 48 वर्षीय गुरनाम सिंह पुत्र सुरजीत सिंह निवासी गांव मन्नन के शव का पोस्टमार्टम रविवार को 3 डाक्टरों के पैनल में शामिल डा. जसविन्द्र सिंह, डा. मोहनप्रीत कौर व फार्मासिस्ट चरणजीत सिंह सपरा की देखरेख में हुआ।
करीब 75 फीसदी जले हुए शव पर चोट का कोई निशान नहीं मिला। इससे साफ हो गया है कि किसी गहरी साजिश तहत गुरनाम सिंह को जानने वाले ने ही धोखे से पहले उसे घर से करीब 4 किलोमीटर दूर बिछोही गांव के बाहर बुला हत्या को अंजाम दिया। शव की शिनाख्त न हो सके, इसे ध्यान में रखकर हत्यारों ने मोटरसाइकिल के साथ-साथ गुरनाम सिंह के शव को भी बिना कोई ठोस सबूत छोड़े आग के हवाले कर दिया। ऐसे में पुलिस अब शनिवार बाद दोपहर से लेकर रात 10 बजे तक की तमाम काल डिटेल के साथ-साथ अमृतसर स्थित लैबोरेटरी से स्किन बर्न रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रही है।
क्या कहते हैं परिजन
सिविल अस्पताल परिसर में दुख प्रकट करने पहुंचे पूर्व मंत्री तीक्षण सूद, अकाली नेता जतिन्द्र सिंह लाली बाजवा व अन्य लोगों से बात करते हुए मृतक गुरनाम के पिता सुरजीत सिंह ने कहा कि हमारी किसी से दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में समझ नहीं आ रहा कि यह सब कैसे हुआ। मृतक की पत्नी परमजीत कौर व बहन सुरेन्द्र कौर का रो-रोकर बुरा हाल था।
क्या कहते हैं डी.एस.पी. सुखविन्द्र सिंह
मौके पर मौजूद डी.एस.पी. (सिटी) सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस मृतक के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर एक्सपर्ट के जरिए यह जानने की कोशिश कर रही है कि शनिवार को उसे किन-किन नंबरों से फोन काल आई थी। स्किन बर्न रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चलेगा कि गुरनाम की मौत पहले हुई या जलने के बाद। अंतिम संस्कार के बाद पुलिस परिजनों से भी पूछेगी कि गुरनाम की दुश्मनी किससे थी या किसी ने धमकी तो नहीं दी थी। पुलिस हर थ्योरी को जांच में शामिल कर मामले की जांच कर रही है।