Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Feb, 2018 03:47 PM
.एस.एफ. 164 बटालियन शिकार माछियां डेरा बाबा नानक की ओर से अंतर्राष्ट्रीय सीमा से हथियारों का जखीरा बरामद करने में 2 वर्षीय ''नैंसी'' ने अहम भूमिका निभाई है। नैंसी एक लैब्राडोर डॉग है,जिसन जीरो लाइन के निकट भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद...
गुरदासपुरःबी.एस.एफ. 164 बटालियन शिकार माछियां डेरा बाबा नानक की ओर से अंतर्राष्ट्रीय सीमा से हथियारों का जखीरा बरामद करने में 2 वर्षीय 'नैंसी' ने अहम भूमिका निभाई है। नैंसी एक लैब्राडोर डॉग है,जिसन जीरो लाइन के निकट भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद करने में बी.एस.एफ. की मदद की।
डी.आई.जी. राजेश शर्मा ने बताया कि सुबह सीमा सुरक्षा बल के जवान कमांडैंट राजपाल सिंह की देख-रेख में इलाके की तलाशी ली। जवानों के साथ तालाशी अभियान मे डॉग स्कवैड भी थे। दोपहर बाद डॉग नैंसी ने अचानक ही कुछ सामान तालाश कर लिया।
जवानों ने जांच की तो उसमें ए.के.-47 राइफले-3, पिस्टल-2, हैड ग्रनेड-6, ए.के.-47 राइफल की गोलियां-150 गोलियां, पिस्टल की 100 गोलियां, मैगजीन ए.के.47 राइफल-6 तथा मैगजीन पिस्टल-2 बरामद हुए। नैंसी की मदद से वह हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद करने में सफल हुए। वह तलाशी अभियान जारी रखेंगे क्योंकि उन्हें लगता है कि अभी और अधिक हथियार बरामद हो सकते हैं। वहीं नैंसी की इस उपलब्धि पर उसे ट्रेनर काफी खुश हैं।