Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 02:12 PM
यदि हम कांग्रेसियों ने नगर कौंसिल बटाला में भाजपा को कमेटी बनाने के समय समर्थन दिया था, तो उसका यह मतलब था कि शहर का पूर्ण विकास हो सके लेकिन बड़े दुख और शर्म की बात है कि कौंसिल के उच्च पदाधिकारियों और अधिकारियों ने मिलकर कथित भ्रष्टाचार करते हुए न...
बटाला(सैंडी/साहिल): यदि हम कांग्रेसियों ने नगर कौंसिल बटाला में भाजपा को कमेटी बनाने के समय समर्थन दिया था, तो उसका यह मतलब था कि शहर का पूर्ण विकास हो सके लेकिन बड़े दुख और शर्म की बात है कि कौंसिल के उच्च पदाधिकारियों और अधिकारियों ने मिलकर कथित भ्रष्टाचार करते हुए न सिर्फ शहर की आवाम के पैसे का दुरुपयोग किया है। यह दावा नगर कौंसिल के वाइस प्रधान और विजीलैंस सहित संबंधित विभाग को कथित भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले पार्षद हरिन्द्र सिंह कलसी ने ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करते हुए किया।
जांच कर रहे अधिकारियों ने बुलाया वाइस प्रधान को अमृतसर
कुछ दिन पहले हरिन्द्र सिंह कलसी द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर की गई लिखित शिकायत के बाद बटाला पहुंचे जांच अधिकारियों ने नगर कौंसिल से संबंधित रिकार्ड लेने के बाद बीती शाम उसे अमृतसर अपने कार्यलय बुलाया। इस संबंधी कलसी ने बताया कि उन्होंने की गई शिकायत का तर्क सहित अधिकारियों को स्पष्टीकरण दिया और कथित भ्रष्टाचार के तथ्यों से अवगत करवाया। उन्होंने यह भी कहा कि वैसे तो संबंधित अधिकारियों से उन्हें इंसाफ की बड़ी उम्मीद है।
जांच को प्रभावित करने के लिए मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे
कलसी ने कहा कि नगर कौंसिल के पदाधिकारी और अधिकारी चल रही जांच को प्रभावित करने के लिए उनके विरुद्ध अनाप-शनाप बोल रहे हैं और कह रहे हैं कि कलसी शहर में विकास कार्य नहीं करने दे रहे जबकि असलियत है कि ये संबंधित लोग शिकायत के बाद अंदर से कांप उठे हैं और अपना भ्रष्टाचार छिपाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
नगर कौंसिल में 10 करोड़ का भ्रष्टाचार आया सामने, 10 का और आएगा
कलसी ने कहा कि उन्होंने पूर्व विधायक अश्विनी सेखड़ी के कहने पर ही करीब 10 करोड़ के भ्रष्टाचार का खुलासा किया है और आने वाले दिनों में और 10 करोड़ के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करेंगे क्योंकि उनके नेता सेखड़ी दिल से नहीं चाहते कि बटाला के लोगों का पैसा विकास पर लगने की बजाय कुछ चंद लोगों की जेबों में जाए।
उन्होंने एक बहुत ही अहम सवाल के जवाब में कहा कि कुछ महीने पहले श्री गुरु नानक देव जी के विवाह पर्व पर शहर में जो पैच वर्क और लाइटों का काम किया गया था, उस पर महज 2 लाख से 4 लाख रुपए खर्च आना चाहिए था लेकिन कौंसिल ने इतने सस्ते और घटिया काम पर भी करीब 27 लाख रुपए की बड़ी रकम खर्चकरने का दावा कर दिया। उन्होंने आखिर में समूह कांग्रेसी नेताओं, शहर के नामवर क्लबों, धार्मिक और समाज सेवी संस्थाओं को पुरजोर अपील की कि यदि आप सच में शहर का भला चाहते हो तो कौंसिल के भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध तुरंत आवाज बुलंद करें।