Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 10:55 AM
सैंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल्ज एजुकेशन की परीक्षाएं सोमवार से आरंभ हुईं। परीक्षा देकर लौटे विद्यार्थियों से जब बातचीत की गई तो करीब सभी ने एक ही स्वर में कहा कि मेहनती विद्यार्थियों का भविष्य अब संवरने वाला है क्योंकि पहले अधिकतर परीक्षा केन्द्रों पर...
फिरोजपुर(मल्होत्रा): सैंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल्ज एजुकेशन की परीक्षाएं सोमवार से आरंभ हुईं। परीक्षा देकर लौटे विद्यार्थियों से जब बातचीत की गई तो करीब सभी ने एक ही स्वर में कहा कि मेहनती विद्यार्थियों का भविष्य अब संवरने वाला है क्योंकि पहले अधिकतर परीक्षा केन्द्रों पर नकलचियों का दबदबा होता था और मेहनती बच्चों के अंक कम रह जाते थे, जबकि कक्षा में जो बच्चे नालायक होते थे वे अधिक अंक लेकर पास होते थे और मेधावी विद्यार्थियों का मनोबल गिरता था। इस बार बोर्ड द्वारा सभी परीक्षा केन्द्रों पर सी.सी.टी.वी. कैमरों सहित अन्य सख्त प्रबंध होने के चलते नकल बिल्कुल नहीं चली।
सोमवार को शहर व छावनी में बनाए गए पांच परीक्षा केन्द्रों केन्द्रीय विद्यालय-1, केन्द्रीय विद्यालय-2, आर्मी स्कूल, आर.एस.डी. राज रत्न स्कूल, एच.एम.डी.ए.वी. स्कूल में बोर्ड द्वारा 10वीं की आई.टी. विषय और 12वीं की इंगलिश विषय की परीक्षा आयोजित की गई। हर परीक्षा केन्द्र में नकल रोकने के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरों का बंदोबस्त किया गया और परीक्षा देकर निकले विद्यार्थियों ने नकल रोकने के लिए इसे कारगर कदम बताया। विद्यार्थियों का कहना था कि पेपर लैंथी जरूर था लेकिन मुश्किल नहीं था, जिस कारण आज के पेपर के बाद उनकी टैंशन कुछ कम हुई है।
अब वे अन्य सब्जैक्ट्स पर फोकस कर अच्छे अंकों की प्राप्ति के लिए और मेहनत करेंगे। कुछ विद्यार्थियों ने लैंथी पेपर के मुताबिक समय कम होने की शिकायत की। उधर प्रशासन द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर परीक्षा केन्द्रों के 100 मीटर के घेरे में लगाई गई धारा-144 का उल्लंघन होता नजर आया। सिटी में स्थापित दो परीक्षा केन्द्रों आर.एस.डी. राज रत्न स्कूल और एच.एम. डी.ए.वी. स्कूल के बाहर पुलिस का पहरा तो नहीं दिखा, जबकि बच्चों के अभिभावक एवं अन्य लोग जमा हुए थे।