Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jan, 2018 04:09 PM
सर्दी के मौसम और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते रात के तापमान में काफी गिरावट आ गई है, जिस कारण कमजोर वर्ग के लोगों के लिए सर्दी का यह समय काटना मुश्किल हो रहा है। चाहे सरकार की तरफ से बेसहारा और जरूरतमंद लोगों के लिए रात बिताने के लिए रैन...
गिद्दड़बाहा (राठौड़) : सर्दी के मौसम और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते रात के तापमान में काफी गिरावट आ गई है, जिस कारण कमजोर वर्ग के लोगों के लिए सर्दी का यह समय काटना मुश्किल हो रहा है। चाहे सरकार की तरफ से बेसहारा और जरूरतमंद लोगों के लिए रात बिताने के लिए रैन बसेरों का इंतजाम वाटर वक्र्स में फायर ब्रिगेड के साथ एक कमरे में किया गया है परंतु सार्वजनिक स्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाईपास आदि और स्थानीय प्रशासन की तरफ से इस बाबत उक्त रैन बसेरे संबंधी जगह बताने की जानकारी देने के लिए बोर्ड नहीं लगाए गए हैं जिस कारण इस सुविधा का लाभ जरूरतमंद लोग नहीं उठा पाते। इस संबंध में जब कार्यकारी अधिकारी जगसीर सिंह धालीवाल ने बताया कि प्रशासन की तरफ से वाटर वक्र्स पर रैन बसेरे के लिए जो कमरा बनाया गया है उसमें 8 व्यक्तियों के लिए चारपाई-बिस्तर और स्नान के लिए नि:शुल्क सुविधा दी गई है।
जब उनसे पूछा गया कि सर्दी के मौसम में प्रशासन की तरफ से जो पहले अलाव लगाए जाते हैं क्या वह इस बार लगाए गए हैं? तो उन्होंने कहा कि अभी सर्दी जीरो स्तर तक नहीं पहुंची है और जरूरत पडऩे पर अलाव लगाए जाएंगे। रेलवे स्टेशन के बाहर जो पहले टैंट आदि जरूरतमंद लोगों के लिए रात काटने के लिए लगाए जाते थे, बारे उन्होंने कहा कि यह काम शहर की सामाजिक संस्थाएं करती थीं परंतु जरूरत पडऩे पर प्रशासन भी टैंट आदि की व्यवस्था करेगा।