Edited By Vatika,Updated: 21 Jun, 2018 09:48 AM
सांसद व पंजाब भाजपा के प्रधान श्वेत मलिक ने पत्रकारों से बातचीत दौरान कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने पहले भाषण मे देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी लेकिन वर्ष 2018 के बजट में इसके लिए 7,000 करोड़ रुपए...
अमृतसर (कमल): सांसद व पंजाब भाजपा के प्रधान श्वेत मलिक ने पत्रकारों से बातचीत दौरान कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने पहले भाषण मे देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी लेकिन वर्ष 2018 के बजट में इसके लिए 7,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि के स्मार्ट सिटी बनाने पर खर्च होगी।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी एक ऐसा कॉन्सैप्ट है जो हम सबको डिजिटल दुनिया के और भी करीब ले जाएगा जिससे तेजी के साथ हम सबका मानसिक विकास होगा। हमारे और पश्चिमी देशों में केवल डिजीटलाइजेशन का ही अंतर है। मलिक ने कहा कि पंजाब के निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को अपने काम की ओर ध्यान देना चाहिए और पंजाब की टूटी खड़कों को बनाना चाहिए जिससे जनता को अपने गंतव्य स्थानों की ओर जाने में सुविधा हो। उन्होंने कहा कि हमारे विकास की दर कम है उसका कारण डिजीटल दुनिया से हमारी दूरी है। अगर हम यह दूरी हम तय कर लेते हैं तो हम आसानी से विकसित देशों की गिनती में आ खड़े होंगे।
इसमें सरकार प्रारम्भिक 5 वर्षों में 45,000 से 50,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत हर चयनित शहर को अगले 5 वर्षों के दौरान हर साल 100 करोड़ रुपए की केन्द्रीय सहायता दी जाएगी। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने में राज्यों और शहरी निकायों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। केन्द्र सरकार सहायक होगी और कुछ वित्तीय सहायता भी देगी। स्मार्ट सिटी में रहने के लिए लोगों को हर स्तर पर अपने आप को स्मार्ट बनाना होगा। स्मार्ट सिटी बनने से शहर में 24 घंटे पानी और बिजली की सुविधा मिलेगी, उचित ट्रांसपोर्ट की सुविधा होगी, सड़कों का उचित वर्गीकरण होना चाहिए जिसके तहत फुटपाथ एवं वाहन पाथ उचित ढंग से बनाए जाएं, शहर में हाईटैक ट्रांसपोर्टेशन होनी चाहिए ताकि जनता का यातायात सुगम हो, शहर में हरियाली होनी चाहिए, पूरे शहरे में वाईफाई लगा होना चाहिए।