Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 03:27 PM
शहर में कपड़े की प्रमुख अकालगढ़ मार्कीट में रविवार शाम को मार्कीट के दुकानदारों और ट्रस्ट के मध्य विवाद गहरा गया। एक दुकानदार ने पूर्व जेल मंत्री हीरा सिंह गाबडिय़ा पर ट्रस्ट के साथ मिलकर दुकानों को जबरदस्ती खाली करवाने आने का आरोप लगाया है जबकि...
लुधियाना (ऋषि): शहर में कपड़े की प्रमुख अकालगढ़ मार्कीट में रविवार शाम को मार्कीट के दुकानदारों और ट्रस्ट के मध्य विवाद गहरा गया। एक दुकानदार ने पूर्व जेल मंत्री हीरा सिंह गाबडिय़ा पर ट्रस्ट के साथ मिलकर दुकानों को जबरदस्ती खाली करवाने आने का आरोप लगाया है जबकि उन्होंने आरोपों को नकारते हुए दावा किया है कि दुकानें ट्रस्ट की हैं और ट्रस्ट की तरफ से अमरजीत सिंह के खिलाफ थाना कोतवाली में शनिवार को कब्जे का प्रयास करने के आरोप में केस भी दर्ज करवाया गया है।
जानकारी देते अकालगढ़ मार्कीट में राजू गैस्ट हाऊस में दीप कलैक्शन के मालिक अमरजीत सिंह ने बताया कि उनकी लगभग 25 सालों से मार्कीट में दुकान है। एक महीना पहले उन्होंने कंवलजीत नामक महिला से 4 दुकानें खरीदी हैं। उनका आरोप है कि इस बात का पता चलने पर ट्रस्ट उन पर जबरदस्ती दुकानें खाली करवाने का दबाव बना रहा है। जिस कारण उन्होंने कोर्ट से दुकानों पर स्टे भी ले लिया। लेकिन फिर भी विगत दिनों उन्होंने 2 दुकानें खाली करवा ली। आज शाम को उसकी पत्नी अमरजीत कौर अपनी दुकान पर मौजूद थी। तभी पूर्व मंत्री के साथ ट्रस्ट के सदस्य वहां आए और दुकान खाली करने की बात कहने लगे। उसने दुकानों को लेकर कोर्ट में स्टे होने की बात कही लेकिन उन्होंने एक न सुनी।
शोर मचाने पर आसपास के दुकानदार इकट्ठे हो गए। इसके बाद वे एक बार तो वहां से चले गए, लेकिन कुछ समय बाद पुलिस को साथ लेकर आए। उनका आरोप है कि पुलिस भी पूर्व जेल मंत्री का साथ दे रही थी जिस कारण उन्हें मजबूरन इंसाफ के लिए प्रदर्शन करना पड़ा। दुकानदार की मदद के लिए आगे आए अकाली नेता गुरदीप सिंह गोशा ने कहा कि वह किसी के साथ धक्केशाही नहीं होने देंगे। इसके बाद मौके पर पहुंचे ए.डी.सी.पी. वन रतन सिंह बराड़ ने दोनों पक्षों को शांत करवाया। इस बारे में बात करने पर पूर्व मंत्री व ट्रस्ट के प्रधान हीरा सिंह गाबडिय़ों ने लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सभी दुकानें ट्रस्ट की हैं, वहां मीटर लगवाने के कारण दुकानें देखने आए थे। दूसरे पक्ष की तरफ से दबाव बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने दुकानों पर कब्जा किया है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।