Edited By Vatika,Updated: 20 Dec, 2019 11:31 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि जनता की आवाज को दबाकर कोई भी लोकतंत्र सफल नहीं हो सकता है।
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि जनता की आवाज को दबाकर कोई भी लोकतंत्र सफल नहीं हो सकता है। कैप्टन ने देश की राजधानी दिल्ली व अन्य शहरों में नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे को लेकर पिछले कुछ दिनों से हो रहे प्रदर्शनों के बाद पुलिस द्वारा दमनकारी नीतियां अपनाने की निंदा करते हुए कहा है कि शांतमय ढंग से प्रदर्शन करने वालों पर दमनकारी नीतियां नहीं अपनाई जानी चाहिएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कानून-व्यवस्था की स्थिति को कोई खतरा पैदा होता है तो उस स्थिति में बचाव के लिए अन्य रास्ते अपनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्या हम तानाशाही शासन के तहत देश में जी रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दिल्ली व अन्य शहरों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लगातार बिगड़ रही स्थिति पर ट्वीट के जरिए चिंता जताते हुए कहा कि वह प्रदर्शन करने वाले लोगों से भी अपील करते हैं कि वे सम्पत्ति को नष्ट करने या हिंसा का सहारा लेने की कोशिश न करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत शुरू से ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों पर चला है जिन्होंने अङ्क्षहसा का संदेश पूरे विश्व को दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रदर्शन करने का सभी को अधिकार है परन्तु हिंसा को अपने हाथों में नहीं लिया जाना चाहिए इसलिए वह अपील करते हैं कि अङ्क्षहसा के रास्ते पर चलते हुए अपने विचारों को प्रकट किया जाए।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर हो रहे प्रदर्शनों को वह उचित मानते हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने यह एक असंवैधानिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शनकारियों में गुस्सा उचित है परन्तु इसके लिए वह हिंसा का सहारा न लें। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने से देश में संविधान व लोकतांत्रिक संस्थाओं को खतरा पैदा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि पंजाब में नागरिकता संशोधन कानून को लागू नहीं होने दिया जाएगा क्योंकि राज्य विधानसभा में कांग्रेस को 2 तिहाई बहुमत हासिल है।