Edited By Vatika,Updated: 13 Mar, 2020 08:48 AM
गनमैन लेने की चाहत में एक शिव सेना नेता जेल पहुंच गया। एक्सीडैंट के दौरान टूटे कार के शीशे को खालिस्तानियों द्वारा अटैक करने का दावा
लुधियाना(ऋषि): गनमैन लेने की चाहत में एक शिव सेना नेता जेल पहुंच गया। एक्सीडैंट के दौरान टूटे कार के शीशे को खालिस्तानियों द्वारा अटैक करने का दावा बता थाना जमालपुर में हत्या प्रयास के आरोप में केस दर्ज करवा दिया, लेकिन 6 दिनों में कमिश्नरेट पुलिस ने केस हल कर शिवसेना हिन्दोस्तान लेबर विंग मजदूर सेना के राष्ट्रीय चेयरमैन को गिरफ्तार कर लिया।
उपरोक्त जानकारी पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल, डी.सी.पी. सिमरतपाल ढींढसा, ए.डी.सी.पी. दयामा, ए.डी.सी.पी. अजिंदर सिंह ने वीरवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान नरिंद्र भारद्वाज के रूप में हुई है, जो 8वीं पास है। लगभग 28 वर्ष पहले यू.पी. से लुधियाना आया था और टंढारी खुर्द में किराए पर रह रहा है, तभी से शिवसेना हिन्दोस्तान के साथ जुड़ा हुआ है। लगभग 5 वर्षों से फोकल प्वाइंट में एक फैक्टरी में सुपरवाइजर की नौकरी कर रहा है। पुलिस को दी शिकायत में उसने बताया था कि वह शिवसैनिक है, गत 6 मार्च शाम लगभग 9 बजे अपनी कार में जब काम से घर वापस आ रहा था तो चंडीगढ़ से कोहाड़ा की तरफ एक पैट्रोल पंप पर तेल डलवाने के लिए रुका। जब वह एवन साइकिल के पास पहुंचा तो तभी एक मोटरसाइकिल मेरी कार के आगे रुका, जिस पर 2 नकाबपोश हमलावर सवार थे, सरदार हमलावर बाइक चला रहा था, जबकि क्लीनशेव पीछे बैठा था, जिन्होंने मार देने की नीयत से मेरे पर जानलेवा हमला कर दिया, हमले में कार का शीशा टूट गया, उसने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद उसने थाना जमालपुर में जाकर पुलिस को झूठी शिकायत दर्ज करवाई।
कैमरों की मदद से सुलझा केस, रेहड़ी से एक्सीडैंट होने पर टूटा शीशा
थाना जमालपुर के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर हरजिंदर सिंह के अनुसार पुलिस ने जब जांच शुरू की तो सबसे पहले शिव सैनिक के मोबाइल की लोकेशन चैक की गई, तब पता चला कि रात 8 बजे वह अपने घर पर मौजूद था, जबकि शिकायत में वह चंडीगढ़ रोड पर होने का दावा कर रहा है। फिर घर और आसपास लगे कैमरों की फुटेज चैक की तो शिव सैनिक अपने घर पर ही मौजूद पाया गया, वहीं जांच दौरान पता चला कि ड्रामा रचने से कुछ घंटे पहले उसकी कार का एक रेहड़ा चालक के साथ एक्सीडैंट हो गया था, जिसमें कार का शीशा टूट गया था।
काफी समय से मांग रहा था सिक्योरिटी
पुलिस कमिश्नर अग्रवाल के अनुसार आरोपी काफी समय से पुलिस विभाग से सिक्योरिटी की मांग भी कर रहा था। 2 साल पहले उसे लगभग 4 महीने के लिए गनमैन भी दिए गए थे लेकिन अब फिर से गनमैन की मांग कर रहा था, इसी लालच में उसने यह ड्रामा रच दिया।
अमित अरोड़ा पर फायरिंग की हो रही जांच
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल के अनुसार अमित अरोड़ा पर हुई फायरिंग की भी जांच की जा रही है, अरोड़ा के मामले की जांच चंडीगढु की सी.एफ.एल. टीम भी कर रही है। सूत्रों के अनुसार इंटैलीजैंस की तरफ से इसे आतंकी हमला बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने अभी चुप्पी साधी हुई है।