Edited By Vatika,Updated: 03 Apr, 2024 10:24 AM
आई.वी.एफ. ट्रीटमेंट यहां नहीं, विदेश में करवाया है। बच्चे की डिलीवरी रोकी नहीं जा सकती
चंडीगढ़: सिद्धू मुसेवाला की मां चरण कौर द्वारा 58 वर्ष की उम्र में करवाए गए आई.वी.एफ. (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्रालय कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। चरण कौर ने भारत में सिर्फ बच्चे को जन्म दिया है, आई.वी.एफ. ट्रीटमेंट यहां नहीं, विदेश में करवाया है। बच्चे की डिलीवरी रोकी नहीं जा सकती और कोई भी हैल्थ सेंटर बच्चे की डिलीवरी करवा सकता है। ऐसे में चरण कौर से पंजाब स्वास्थ्य विभाग द्वारा आई.वी.एफ. के बाबत मांगे गए जवाब और कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने विराम लगा दिया है।
सूत्रों का कहना है कि चरण कौर के बच्चे की डिलीवरी करने वाले अस्पताल के खिलाफ एक व्यक्ति ने स्वास्थ्य मंत्रालय को शिकायत भेजी थी। उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मामला उजागर होने के बाद पंजाब स्वास्थ्य विभाग से मामले में रिपोर्ट मांगी थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य सचिव द्वारा बलकौर सिंह से आई.बी.एफ. को लेकर जवाब मांगने पर ऐतराज जताया था और 2 सप्ताह के अंदर मामले में जवाब देने को कहा था। सूत्र कहते हैं कि पहले स्वास्थ्य विभाग आई.वी.एफ. करने वाले अस्पताल को लेकर जांच करने वाला था परंतु मुख्यमंत्री द्वारा जताए गए ऐतराज के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले में चुप्पी साध ली है और जांच से हाथ पीछे खींच लिए हैं। हालांकि ऐसा स्वास्थ्य विभाग में कहा जा रहा है कि चरणकौर का आई.वी.एफ. यू.के. में हुआ है क्योंकि बलकौर सिंह अपनी पत्नी चरणकौर के साथ नवम्बर 2022 में यू.के. गए थे। यू.के. में आई.वी. एफ. करवाने वाली महिला की उम्र को लेकर कोई पाबंदी नहीं है।
सिर्फ एक बार आई.वी.एफ. को लेकर मांगा जवाब : बलकोर सिंह
जब सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने उनसे सिर्फ एक बार पूछताछ की। उसके बाद विभाग ने कोई सवाल नहीं किया।
परिवार से कोई पूछताछ नहीं की जाएगीः स्वास्थ्य विभाग
इधर, पंजाब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले में कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कहा कि मामला बहुत ही गंभीर है, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता। परंतु अब स्वास्थ्य विभाग आई.वी.एफ. मामले में कोई भी कदम नहीं उठाएगा। परिवार से मामले में कोई पूछताछ नहीं की जाएगी।