Edited By Subhash Kapoor,Updated: 21 Apr, 2024 07:47 PM
नगर निगम कमिश्नर द्वारा फटकार लगाने के बाद जोन ए की बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों को अवैध रूप से बन रही कर्मिशयल बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई करने की याद आ गई है जिसका सबूत जोन ए के अधीन आते इलाके सेखेवाल व शिवपुरी में देखने को मिला।
लुधियाना (हितेश) : नगर निगम कमिश्नर द्वारा फटकार लगाने के बाद जोन ए की बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों को अवैध रूप से बन रही कर्मिशयल बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई करने की याद आ गई है जिसका सबूत जोन ए के अधीन आते इलाके सेखेवाल व शिवपुरी में देखने को मिला। जहां टी पी स्कीम के रिहायशी इलाके में बन रही करीब एक दर्जन कर्मिशयल बिल्डिंगों की शिकायत कमिश्नर के पास पहुंची हुई है। जिसे लेकर बार-बार कहने के बावजूद कार्रवाई न होने को लेकर कमिश्नर द्वारा बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों की खिंचाई की गई है। इसके बाद हरकत में आए जोन ए के मुलाजिमों द्वारा पूरे लाव-लश्कर के साथ सेखेवाल इलाके में दबिश दी गई। इस दौरान टीम को भले ही बिल्डिंग मालिकों के विरोध व सियासी दबाव का सामना करना पड़ा, लेकिन मुलाजिमों ने पुलिस फोर्स की मदद से अवैध रूप से बन रही बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई करने का दावा किया है।
वहीं इस कार्रवाई को लेकर बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि नगर निगम के आफिसर पहले बिल्डिंगें बनने के दौरान क्यों सोए रहे। क्योंकि यह बिल्डिंगें काफी हद तक बन चुकी हैं और इन बिल्डिंगों का निर्माण एक दिन में नहीं हुआ है। जिन बिल्डिंगों के अवैध निर्माण को फाऊंडेशन लेवल पर रोकने या तोड़ने की जिम्मेदारी एरिया इंस्पेक्टर की है। जिसके द्वारा मिलीभगत के बावजूद बिल्डिंगों के अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं की गई। जबकि टी पी स्कीम के रिहायशी इलाके में बन रही कर्मिशयल बिल्डिंगों के निर्माण के लिए न तो नक्शा पास हो सकता है और न ही उन बिल्डिंगों को फीस जमा करवाकर रेगुलर किया जा सकता है।