Edited By Subhash Kapoor,Updated: 31 Mar, 2024 04:40 PM
लोकसभा चुनाव को लेकर पंजाब में सियासी गतिविधियां चरम सीमा पर हैं।
लुधियाना (हितेश) : लोकसभा चुनाव को लेकर पंजाब में सियासी गतिविधियां चरम सीमा पर हैं। इस दौरान जहां भाजपा द्वारा अकाली दल के साथ गठबंधन करने की बजाय अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की गई है। वहीं, एक के बाद एक करके दूसरी पार्टियों के नेताओं को शामिल किया जा रहा है। जिसके चलते पैदा हुए हालातों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि पंजाब में भाजपा दूसरी पार्टियों के करीब आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं को लोकसभा चुनाव दौरान उम्मीदवार बना सकती है।
इनमें से मौजूदा एमपी रवनीत बिट्टू, परनीत कौर, सुशील रिंकू को गत दिवस जारी सूची में लुधियाना, पटियाला, जालंधर 3 सीटों से उम्मीदवार के रूप में उतार दिया गया है। इसके अलावा संगरूर से अरविंद खन्ना, फिरोजपुर से राणा सोढ़ी के नाम पर भी विचार किया जा रहा है, जो नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
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वहीं बताया यह भी जा रहा है कि मनीष तिवारी द्वारा कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को खारिज करने के बाद आनंदपुर साहिब से पूर्व एमपी अविनाश राय खन्ना और अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा के नाम पर चर्चा हुई है। लेकिन फतेहगढ साहिब, खंडूर साहिब सीट पर उम्मीदवार ढूँढने में भाजपा को मुश्किल आ रही है। जिसे लेकर पिछले दिनों अमित शाह और सुनील जाखड़ की मीटिंग के दौरान काफी माथापच्ची हुई है। क्योंकि बठिंडा सीट से मजबूत दावेदार माने जाते मनप्रीत बादल ने भी सेहत ठीक न होने का हवाला देते हुए लोकसभा चुनाव लड़ने से पैर पीछे खिंच लिए हैं।
मौजूदा केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश की टिकट अटकी
भाजपा ने दिल्ली से टिकट काटने के बाद हंस राज हंस को फरीदकोट से टिकट दे दी गई है लेकिन होशियारपुर से केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश की टिकट अटक गई है, जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि क्या उनकी जगह किसी और को मौका दिया जाएगा।
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