Edited By swetha,Updated: 19 Feb, 2019 12:40 PM
पंजाब में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कथित गोलीबारी की घटना की तहकीकात करने के लिए गठित विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) ने सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक (आई.जी.) परमराज सिंह उमरानंगल को गिरफ्तार कर लिया। वह घटना के वक्त...
चंडीगढ़: पंजाब में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कथित गोलीबारी की घटना की तहकीकात करने के लिए गठित विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) ने सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक (आई.जी.) परमराज सिंह उमरानंगल को गिरफ्तार कर लिया। वह घटना के वक्त पुलिस दल को निर्देश दे रहे थे।
एस.आई.टी. अधिकारी कुंवर विजय प्रताप का कहना है कि उमरानंगल के खिलाफ ‘पर्याप्त सबूत’ हैं। अक्तूबर-2015 में फरीदकोट जिले के बहबलकलां और कोटकपूरा इलाकों में पुलिस की गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई थी। एस.आई.टी. ने पिछले माह मोगा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चरणजीत सिंह शर्मा को गिरफ्तार किया था। वह उस पुलिस दल का नेतृत्व कर रहे थे जिसने बहबलकलां में कथित रूप से गोली चलाई थी। एस.आई.टी. के सदस्य कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा, ‘‘मैं पुष्टि कर सकता हूं कि पर्याप्त सबूतों के आधार पर चंडीगढ़ से परमराज सिंह उमरानंगल को गिरफ्तार किया गया है। हमने जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों समेत कई लोगों से पूछताछ की थी।
इस दौरान यह साबित हुआ है कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक बैठे थे और उनकी ओर से कुछ भी भड़काऊ नहीं किया गया था। यह भी साबित हुआ है कि गोलीबारी जानबूझकर की गई थी।’’ जब घटना हुई तब उमरानंगल लुधियाना के पुलिस आयुक्त थे। जांच में सामने आया कि वही हर बात के लिए दिशा-निर्देश दे रहे थे और लुधियाना से पर्याप्त संख्या में वहां (प्रदर्शन स्थल पर) पुलिस बल गया था। वह हर चीज देख रहे थे।’’ गोली चलाने के लिए आदेश किसने दिया था यह पूछने पर सिंह ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे तहकीकात आगे बढ़ेगी और चीजें सामने आएंगी। फिलहाल, यह कहना काफी है कि हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त आधार है।फरीदकोट की एक अदालत में उमरानंगल को पेश करने के बाद रिमांड पर लिया जाएगा।