Edited By Updated: 22 Mar, 2017 09:40 AM
पिछले कई माह से कस्बा बहरामपुर व आसपास के क्षेत्रों में खूंखार कुत्तों की बढ़ रही संख्या ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है।
बहरामपुर/गुरदासपुर(विनोद, गोराया): पिछले कई माह से कस्बा बहरामपुर व आसपास के क्षेत्रों में खूंखार कुत्तों की बढ़ रही संख्या ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है। इन कुत्तों की दहशत इतनी अधिक हो गई है कि गत दिनों गांव झबकरा में दरमेज सिंह गोगा की हवेली में 2-3 दिनों की एक बछड़ी को आवारा कुत्तों ने नोच-नोच कर मार दिया, जिस कारण लोगों में दहशत है। जानकारी अनुसार कुछ समय पूर्व पशुपालन विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की नसबंदी करने का अभियान शुरू किया गया था, जो अब बंद हो चुका है जिस कारण क्षेत्र में अब पुन: कुत्तों की संख्या बढऩे से लोग भयभीत हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए नहीं है कोई योजना
विभाग द्वारा शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए निजी कम्पनी को जिम्मेदारी सौंप कर जहां इससे छुटकारा पाने का प्रयास किया जा रहा है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक कोई योजना नहीं चलाई गई जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लावारिस कुत्तों की संख्या शहरों से कहीं अधिक है, जिस कारण गांवों में आवारा कुत्तों के झुंड कई पशुओं, मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं।
क्या कहते हैं क्षेत्र निवासी
इस संबंधी समाज सेवक प्रो. दविन्द्र सिंह, अभिषेक ठाकुर, शर्त कुमार शम्मी, ठाकुर पंजाब सिंह, रविन्द्र सिंह भोला, पवन कुमार, ठाकुर कर्ण सिंह, ठाकुर रणधीर सिंह, रणजीत सिंह बहरामपुर आदि का कहना है कि क्षेत्र में बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन व सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिएं ताकि लोगों को इनकी दहशत से निजात मिल सके।