Edited By Neetu Bala,Updated: 24 Jan, 2024 06:20 PM
थाना डी डिवीजन ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ देश की एकता, अखंडता, सामाजिक माहौल खराब करने और आइटी एक्ट के अधीन केस दर्ज कर लिया है।
अमृतसरः कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क की संस्था सिख फार जस्टिस के लीगल एडवाइजर गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सीधे तौर पर धमकी दी थी कि श्री दुर्ग्याणा मंदिर कमेटी मंदिर के कपाट बंद करके इसकी चाबियां श्री अकाल तख्त साहिब को सौंपी जाएं, नहीं तो पंथ के आजाद होने के बाद वह इसा फैसला खुद करेंगे। इस संबंध में थाना डी डिवीजन ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ देश की एकता, अखंडता, सामाजिक माहौल खराब करने और आइटी एक्ट के अधीन केस दर्ज कर लिया है। थाना डी डिवीजन के इंस्पेक्टर सरमेल सिंह जानकारी देते हुए बताया कि वह 23 जनवरी 2024 को एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ, जिसमें आतंकवादी पुन्नू द्वारा सीधे तौर पर धमकाया जा रहा है कि अमृतसर गुरु सिख गुरुओं की धरती है तो यह गुरुओं की ही रहेगी।
जिक्रयोग्य है कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद गुरु पतवंत सिंह पन्नू ने सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो डाल कर कहा कि जैसे अयोध्या पर बाबरी मस्जिद को हटा कर फिर से श्री राम मंदिर बनाया गया है क्योंकि अयोध्या श्रीराम की भूमि है, इसी प्रकार अमृतसर गुरु रामदास जी ने बसाया है तो यह गुरु रामदास जी का ही रहेगा।
गौरतलब है कि आतंकी पन्नू हमेशा ही देश विरोधी बयान देता रहता है। इससे पहले उसने एयर इंडिया के खिलाफ बयानबाजी की थी।
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पंजाब में सिखों के लिए एक अलग राज्य की वकालत कर जमकर सुर्खियां बटोरी हैं। साल 2007 में पन्नू ने सिख फॉर जस्टिस की स्थापना की थी। पन्नू की इन सब हरकतों की वजह से भारत सरकार ने साल 2020 में आतंकवादी घोषित किया था।
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