Edited By Vaneet,Updated: 29 Jun, 2018 08:45 PM
पंजाब के शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी ने ऐलान किया है कि अगले वर्ष से सरकारी स्कूलों में बच्चों को स्कूल की वर्दी खरीदने के लिए पैसे उनके बैंक खातों में डाले जाएंगे..
अमृतसर: पंजाब के शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी ने ऐलान किया है कि अगले वर्ष से सरकारी स्कूलों में बच्चों को स्कूल की वर्दी खरीदने के लिए पैसे उनके बैंक खातों में डाले जाएंगे। सोनी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार अब बच्चों को स्कूल की वर्दी खरीद कर नहीं देगी।
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा कि बच्चों के माता-पिता अपनी पसंद के कपड़े खुद खरीद सकें। इसके इलावा मिड-डे मील संबंधी मिल रही शिकायतों को देखते हुए इसमें ठेकेदारी प्रणाली बंद की जाएगी और कोशिश की जाएगी कि यह पैसे भी बच्चों के मां बाप को बैंकों के जरिए दे दिए जाएं, जिससे खाने की शिकायत ही बंद हो जाएगी। सोनी ने आज मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा शुरू की गई घर-घर नौकरी अभियान के अंतर्गत शिक्षा विभाग पंजाब की तरफ से मास्टर काडर अधीन भर्ती किए गए 2022 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि अगले शैक्षिक वर्ष से स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली मुफ्त किताबों में देरी नहीं होगी और किताबें सत्र शुरू होने से पहले मिल जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि 3582 मास्टर काडर पदों के लिए दिसंबर 2017 में गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी ने परीक्षा ली थी। इनमें से 2022 उम्मीदवारों को आज नियुक्ति पत्र दिए गए, जबकि बाकी खाली रह गई पोस्टें आरक्षित वर्ग में होने के कारण उम्मीदावर नहीं मिल सके। इन पदों को अनारक्षित करने का प्रयत्न किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले साल सरकार ने स्कूल शिक्षा में सुधार के लिए 1200 करोड़ रुपए दिए थे और मुख्यमंत्री शिक्षा के सुधार में पैसे को रुकावट नहीं बनने देंगे। इस अवसर पर उपस्थित राजस्व मंत्री सुखबिन्दर सिंह सुख सरकारिया ने कहा कि पंजाब सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए ²ढ़ संकल्प है।