Edited By Kalash,Updated: 09 Mar, 2022 12:40 PM
आनंद व सुखद अनुभूति के लिए अगर किसी की हत्या की जाती है तो हत्या करने वाले को साइको किलर कहा जाता है
लुधियाना (तरुण): आनंद व सुखद अनुभूति के लिए अगर किसी की हत्या की जाती है तो हत्या करने वाले को साइको किलर कहा जाता है। ऐसे ही शिमलापुरी इलाके के 2 साइको किलर बलदेव सिंह व बलजिंदर सिंह लुधियाना सैंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जो कि 100 से अधिक हत्याए देश में कर चुके हैं। हत्या की शुरूआत 22 साल पहले महानगर के जनता नगर इलाके में हुई थी। इसके बाद सिलसिला यह नहीं थमा।
साइको किलर बलदेव सिंह और बलजिंद सिंह ने सभी हत्याएं गला घोंट कर की। शिंगार चौकी इंचार्ज ए.एस.आई. रजवंत सिंह का कहना है कि 2015 में उन्होंने बलदेव सिंह को काबू किया था। तब बलदेव सिंह ने कबूल किया था कि सभी हत्याएं उसने गला घोंट कर की है। क्योंकि घायल को तड़पता देख बलदेव और बलजिंदर को काफी सकून मिलता था। इसके बाद दोनों आनंद के लिए हत्याएं करने लगे।
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महानगर में की 3 हत्याएं
ए.एस.आई. रजवंत सिंह ने बताया कि 29 जून 2000 को जनता नगर इलाके में बलदेव ओर बलजिंदर ने एक बुजुर्ग महिला की गला घोंट कर हत्या की। जबकि 17 मार्च 2001 को शिमलापुरी इलाके में मां-बेटे का कत्ल कर दोनों फरार हो गए। पुलिस जांच में तीनों हत्याएं आरोपियों ने कबूल की। 2015 में बलदेव को पुलिस ने काबू कर लिया था। जबकि फरार आरोपी बलजिंदर अंडरग्राउंड हो चुका था।
अमृतसर में की पेंटर की हत्या
26 मई 2000 में दोनों ने मिलकर अमृतसर के एक पेंटर की गला घोंट कर हत्या की थी। तब अमृतसर सिविल लाइन थाने में केस दर्ज हुआ था। साल के अंत में दोनों ने पीलीभीत उत्तर प्रदेश में एक हत्या की। इसके बाद दोनों नांदेड़ महाराष्ट्र चले।
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6 साल तक रहे गुरुदारे में
2001 से 2006 दोनों हत्यारे नांदेड़ हजूर साहिब चले गए, जहां दोनों करीब 6 साल तक रहे। दोनों ने वहां एक हत्या की। इसके बाद दोनों 2007 में अलग हुए।
बलदेव लुधियाना व बलजिंदर पहुंचा मुंबई
ए.एस.आई. रजवंत सिंह ने बताया कि 2007 में बलदेव लुधियाना व बलजिंदर सिंह मुंबई चला गया। बलजिंदर ने गोरेगांव मुंबई की एक फैक्टरी में मालिक सहित 13 लोगों की गला घोंटकर हत्या सिर्फ इसलिए की, क्योंकि वह मरने से पहले उन लोगों को ज्यादा से ज्यादा तड़पता हुआ देखना चाहता था। इस हत्याकांड में उसका एक साथी भी शामिल था। उसे मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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फांसी की सजा उम्रकैद में तबदील
थाना डिवीजन नं. 6 में तैनात ए.एस.आई. मेजर सिंह ने बताया कि जनता नगर इलाके में हुई 3 हत्याओं के मामले में 13 दिसंबर 2021 को बलजिंदर सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लुधियाना लाया गया। उसे अदालत में पेश कर सैंट्रल जेल लुधियाना भेज दिया गया है। वहीं बलजिंदर को मुंबई में फांसी की सजा मिल चुकी है, परंतु अब फांसी की सजा को उम्रकैद में तबदील किया जा चुका है। जैसे-जैसे विभिन्न शहरों में हुई हत्याओं की जानकारी पुलिस को मिलती है हत्यारों को अन्य राज्य की पुलिस द्वारा प्रोडक्शन वारंट हासिल किया जा रहा है।
8 साल तक बलदेव ने की मजदूरी
2007 में बलदेव सिंह लुधियाना आ गया। जहां वह जमालपुर इलाके में किराए का कमरा लेकर रहने लगा। 2007 से 2015 इन 8 साल में बलदेव दिहाड़ीदार मजदूर बनकर काम करता रहा। तब सूचना के आधार पर बलदेव सिंह ए.एस.आई. रजवंत सिंह के हत्थे चढ़ा।
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