Edited By Vaneet,Updated: 07 Dec, 2018 02:58 PM
पंजाब में निजी शक्कर मिलों पर बकाया के भुगतान तथा गन्ने के दाम बढ़ाने की मांगों को लेकर किसानों के धरने के बाद गन्ना उत्पादक किसा...
चंडीगढ़: पंजाब में निजी शक्कर मिलों पर बकाया के भुगतान तथा गन्ने के दाम बढ़ाने की मांगों को लेकर किसानों के धरने के बाद गन्ना उत्पादक किसानों और किसान संगठनों के साथ सम्बन्धित करीब 1600 किसानों पर मामला दर्ज करने की निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने आज चेतावनी दी कि यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने एक हफ्ते के अंदर-अंदर किसानों पर दर्ज प्राथमिकी रद्द न की तो उनकी पार्टी पहले मंत्रियों के घर घेरेगी फिर मुख्यमंत्री के घर का घेराव करेगी।
आप नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के आज यहां जारी बयान के अनुसार मंत्रियों के आवास घेरने की शुरुआत सहिकारता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा के घर से की जाएगी। चीमा ने आरोप लगाया कि कैप्टन सरकार ने शुगर मिल माफिया के साथ मिल कर किसानों की पीठ में छुरा मारा हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक तरफ समझौते का नाटक किया, दूसरी तरफ प्रजातांत्रिक ढंग से अपने हक मांग रहे किसानों पर मामला दर्ज कर दिए गए।
चीमा ने कहा कि किसानों के इस संघर्ष में उनकी पार्टी किसानों के साथ है तथा पार्टी के लीगल विंग के प्रधान जसतेज सिंह अरोड़ा और पार्टी की लीगल टीम इन किसानों को मुफ्त कानूनी सेवाएं देने के लिए तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि समझौते के नाम पर किसानों के साथ धोखा किया गया। किसानों के चलंत सीजन के गन्ने की राशि के भुगतान को मिल मालिकों की चीनी की बिक्री के साथ जोड़ कर किसानों के हाथ काट कर शुगर मिल मालिकों को पकड़ा दिए गए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह प्राईवेट शुगर मिल मालिकों को राज्य सरकार की तरफ से निर्धारित 310 रुपए प्रति क्ंिवटल का भुगतान सख्ती के साथ करवाए और पिछली बकाया राशि का ब्याज समेत भुगतान करवाए तथा चलंत सीजन का भुगतान गन्ने की बिक्री के 15 दिनों के अंदर-अंदर यकीनी बनाए।