Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Feb, 2018 09:31 AM
बीते कल तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के बाद शिवरात्रि वाले दिन सुबह कई इलाकों में हल्की ओलावृष्टि हुई। पटियाला शहर और आसपास के इलाके ओलावृष्टि से काफी प्रभावित रहे। ओलावृष्टि और लगातार तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण गेहूं की फसल को काफी ज्यादा...
पटियाला (बलजिन्द्र, राणा): बीते कल तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के बाद शिवरात्रि वाले दिन सुबह कई इलाकों में हल्की ओलावृष्टि हुई। पटियाला शहर और आसपास के इलाके ओलावृष्टि से काफी प्रभावित रहे। ओलावृष्टि और लगातार तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण गेहूं की फसल को काफी ज्यादा नुक्सान हुआ। पिछले कई दिनों की गर्माहट से अचानक पिछले 2 दिन से मौसम ने लगातार करवट ली हुई है। हालांकि दोपहर सूरज देवता ने अपना रंग दिखाया और तेज धूप खिली, परन्तु शाम के समय फिर से आसमान पर बदल छा गए।
बारिश का पानी जमा होने के कारण गेहूं की फसल धरती पर बिछी
पिछले दिनों और मंगलवार को हुई तेज बारिश के साथ गेहूं की फसल पानी ठहरने कारण धरती पर बिछ गई, जिस कारण गेहूं की फसल में पैदा हुए कच्चे दाने को भारी नुक्सान पहुंच सकता है, क्योंकि धरती पर बिछी गेहूं की फसल के झाड़ को भी भारी नुक्सान पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सब्जी की फसलों को भी हुआ नुक्सान
पिछले दिन से रुक-रुक कर हुई बरसात का पानी सब्जी की फसलों में जमा होने कारण सब्जी की फसलों को भारी नुक्सान पहुंचा है। अब आलू की पुटाई का काम भी जोरों पर चल रहा है परन्तु पड़ी बारिश ने आलू की कटाई में जहां रुकावट पैदा की है, वहीं आलू की फसल में पानी जमा होने कारण आलू के खराब होने का भी आलू उत्पादकों में डर पाया जा रहा है। आलू उत्पादक तो पहले ही घाटे का शिकार हुए पड़े हैं क्योंकि पिछले समय दौरान आलू का सही मूल्य न मिलने करके किसानों की लागत का मूल्य भी पूरा नहीं हुआ था, जिस करके पड़ी बारिश कारण भी आलू उत्पादक घाटे का शिकार हो रहे हैं।