Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Sep, 2017 08:42 AM
दीनानगर के गांव सिद्धपुर में बरसाती नाले पर हुए अवैध निर्माण हटाने के लिए प्रशासन की जे.सी.बी. पहुंची।
दीनानगर/गुरदासपुर(कपूर, विनोद): दीनानगर के गांव सिद्धपुर में बरसाती नाले पर हुए अवैध निर्माण हटाने के लिए प्रशासन की जे.सी.बी. पहुंची। इसके बाद कुछ लोगों ने जी.सी.बी. के आगे लेटकर अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। पुलिस ने धारा 353, 186, 506 149, 120बी तहत लगभग 13 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी अनुसार गांव सिद्धपुर में गंदे नाले पर एक परिवार द्वारा अवैध निर्माण कर लिया गया था, जिसके कारण गांव के पानी का निकास रुक गया। कुछ समय पूर्व ग्राम पंचायत द्वारा जिला प्रशासन समक्ष गंदे पानी के निकास हेतु गुहार लगाने पर बी.डी.पी.ओ. व नायब तहसीलदार गांव पहुंचे तो उक्त परिवार, जिसने पानी का निकास रोका था, ने अदालत से स्टे ऑर्डर मिलने की बात कहकर उस समय कार्रवाई रुकवा दी थी।
गत कुछ दिनों से निरन्तर भारी बरसात होने कारण पानी का कोई निकास न होने पर सारा पानी गांव में जमा हो रहा था। गांव में पानी खड़ा रहने से बीमारियां फैलने का डर बन गया था, इसलिए पंचायत ने जिला प्रशासन से गन्दे पानी के निकास बारे सारी स्थिति बताकर जब गुहार लगाई तो आज बी.डी.पी.ओ. सुरेश कुमार, नायब तहसीलदार प्रेम चन्द, थानाध्यक्ष बलदेव राज शर्मा भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
जैसे ही कर्मचारियों ने जे.सी.बी. मशीन के साथ गन्दे नाले के पानी के निकास हेतु अपनी कार्रवाई शुरू की तो कुछ लोगों ने जे.सी.बी. के आगे लेट कर काम में बाधा डाली। जब पुलिस फोर्स द्वारा जब्री उनको वहां से हटाया गया तथा कहा गया कि उन्हें गन्दे पानी का निकास खोलने दें, परन्तु वे मानने को तैयार न हुए। रमेश सिंह पुत्र माड़ू राम अपने घर से मिट्टी के तेल की कैनी ले आया तथा रमेश सिंह, उसका भाई राकेश व सिमरन कौर पत्नी राकेश ने अपने-अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डालने के बाद अपने पिता माड़ू राम पर भी तेल डाल दिया तथा धमकियां देने लगे कि वे आग लगाकर आत्महत्या कर लेंगे। पुलिस ने मुस्तैदी बरतते हुए तुरन्त उन लोगों, जिन्होंने अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डाला था, को हिरासत में ले लिया। एक महिला ने तो आग लगाने हेतु दियासिलाई भी जला ली थी परन्तु उसे महिला पुलिस ने आग लगाने से पहले ही काबू कर लिया।
क्या कहना है थाना प्रभारी बलदेव राज का
एस.एच.ओ. बलदेव राज शर्मा ने बताया कि गांव सिद्धपुर में गन्दे पानी के निकास हेतु आज बी.डी.पी.ओ. सुरेश कुमार कर्मचारियों सहित गए तो वहां सरकारी काम में बाधा डालने व मिट्टी का तेल डाल कर अपने आपको आग लगाने की वे लोग धमकी देने लगे, तब पुलिस ने अपने तरीके से आग लगाने का प्रयास करने वालों को काबू कर लिया।
क्या कहना है बी.डी.पी.ओ. सुरेश कुमार का
बी.डी.पी.ओ. सुरेश कुमार ने बताया कि गांव में गंदे पानी के निकास हेतु पंचायत के आग्रह पर जिलाधीश द्वारा दिए गए आदेश पर आज वह माल विभाग व पुलिस प्रशासन के साथ गांव सिद्धपुर गए थे तथा माड़ू राम का परिवार, जिसने नाले पर दीवार बनाकर अवैध कब्जा करके पानी के निकास को बंद कर रखा था, को खुलवा दिया गया।
किन-किन लोगों पर दर्ज हुआ मामला
रमेश सिंह पुत्र माड़ू राम, राकेश सिंह पुत्र माड़ू राम, बलवीर चन्द पुत्र भद्रसैन, माड़ू राम पुत्र भद्रसैन, सिमनजीत कौर पत्नी राकेश सिंह, सोनू पत्नी रमेश सिंह, गोल्डी पुत्र गुरचरण सिंह, गुरचरण सिंह पुत्र संत सिंह, हरबंस सिंह पुत्र सरदार सिंह निवासी सिद्धपुर।
गांव वासियों ने प्रशासन का जताया आभार
गांव की सरपंच परमजीत कौर ढिल्लों, राम शक्ति सिंह, बूटा राम, मंगत राम, धर्मपाल, चूनी लाल आदि ने प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने पर आभार जताया। गन्दे पानी का निकास न होने से गांव की गलियों में पानी भरा रहने के साथ-साथ कई घरों में यह पानी पहुंचने लगा था, तथा कई गंभीर बीमारियां फैलने का डर बना हुआ था। जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई करके गांव को गन्दे पानी से मुक्ति दिलाई गई।