Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 11:36 AM
कंडी नहर, जो समय-समय पर विभाग की घटिया कार्यशैली के कारण समाचार पत्रों के पन्नों पर रहती है।
हाजीपुर(जोशी): कंडी नहर, जो समय-समय पर विभाग की घटिया कार्यशैली के कारण समाचार पत्रों के पन्नों पर रहती है। इसका उदाहरण उस समय सामने आया जब कंडी नहर में मात्र 3-4 दिन ही पानी छोड़े हुए थे कि नहर गांव गगड़ के पास आर.डी. नंबर 9375 के पास से लीक करने लग पड़ी और देखते ही देखते नहर का पानी लोगों के खेतों में भरने लगा जिससे उनके खेतों में गेहूं की फसल खराब होने लगी और गांव गगड़ के लोगों में भय व विभाग के प्रति रोष है। जबकि नहर को एक माह विभाग ने सफाई और रिपेयर के नाम पर बंद रखा था और किसानों को पानी से वंचित रह कर भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
गांव गगड़ के मोती राम, बलवीर सिंह, मलकीत सिंह, कुलदीप सिंह तथा मदन लाल ने बताया कि एक माह तक विभाग ने जो नहर को सफाई व रिपेयर के नाम पर बंद किया उसके बावजूद नहर में लीकेज होना विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है जिसकी जांच सरकार को विजीलैंस विभाग से करवानी चाहिए। उन्होंने बताया कि इसी स्थान से कंडी नहर पहले भी टूट चुकी है जिसका खमियाजा गांव गगड़, शेखमत्ता (सुनेड़ा), आसफपुर व बडालियां के लोगों को भुगतना पड़ा था।
उन्होंने बताया कि नहर के लीक होने से पानी में लगातार मिट्टी आ रही है जिससे नहर इस स्थान से किसी समय भी टूट सकती है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि नहर को शीघ्र बंद करवा कर रिपेयर की जो और इससे पहले हुई रिपेयर की जांच विजीलैंस विभाग के हवाले की जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी
जब इस संबंध में एक्सियन एच.एस. जोड़ा से बात की तो उन्होंने बताया कि हमें जैसे ही नहर में लीकेज की सूचना मिली तो हमने तुरंत उसे बंद करवा कर ठीक करवाने के आदेश जारी कर दिए हैं।