Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 09:47 AM
डिप्टी कमिश्रर द्वारा जिले में विभिन्न पाबंदियों के आदेश तो जारी कर दिए जाते हैं परंतु उन आदेशों को लागू करवाने के लिए न तो जिला प्रशासन न पुलिस प्रशासन और न ही लोगों द्वारा इसको गंभीरता से लिया जाता है।
बरनाला(विवेक सिंधवानी, गोयल) : डिप्टी कमिश्रर द्वारा जिले में विभिन्न पाबंदियों के आदेश तो जारी कर दिए जाते हैं परंतु उन आदेशों को लागू करवाने के लिए न तो जिला प्रशासन न पुलिस प्रशासन और न ही लोगों द्वारा इसको गंभीरता से लिया जाता है। सरेआम डी.सी. के आदेशों की धज्जियां उड़ती दिखाई देते हैं। जिला प्रशासन द्वारा हर 3 महीने बाद पुराने आदेशों को फिर बहाल कर दिया जाता है परंतु इन आदेशों को लागू करवाने की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता जिस कारण ये आदेश लोगों में मजाक के पात्र बन जाते हैं।
मैजिस्ट्रेट द्वारा जारी किए गए आदेश
गत दिवस जिला मैजिस्ट्रेट बरनाला द्वारा आदेश जारी किया गया कि दुकानदारों द्वारा सदर बाजार, फरवाही बाजार, हंडिआया बाजार व कच्चा कालेज रोड, पक्का कालेज रोड पर किसी प्रकार का सामान अपनी दुकान की सीमा से बाहर न रखा जाए व सदर बाजार में दाखिल होने से पहले चौपहिया वाहन की पार्किंग रेलवे स्टेशन बरनाला की पार्किंग में की जाए तथा फरवाही बाजार व हंडिआया बाजार में फोर व्हीलर पार्किंग लाइनों के अंदर की जाए। आदेश में बाजारों में हैवी वाहनों, चौपहिया वाहनों पर सुबह 6 से रात 10 बजे तक पाबंदी लगाई गई थी। इसी तरह से जलूस निकालने, 5 से अधिक लोगों के इकट्ठे होने व अन्य पाबंदियों को जारी किया था।
दुकानदारों द्वारा किए गए अवैध कब्जे ट्रैफिक का मुख्य कारण
जिला प्रशासन द्वारा आदेश जारी किए जाने के बावजूद इन आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं। सबसे बड़ी समस्या तो ट्रैफिक की आ रही है। चाहे
जिला मैजिस्ट्रेट द्वारा बाजारों में हैवी वाहन, चौपहिया वाहनों पर सुबह 6 से रात 10 बजे तक पाबंदी लगाई है परंतु पता नहीं फिर भी कहां से सारा दिन बाजारों में इन हैवी वाहनों की भरमार रहती है जिस कारण हर समय शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। प्रशासन ने सदर बाजार में चौपहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई हुई है परंतु सारा सदर बाजार चौपहिया वाहनों से भरा होता है। पुलिस स्टेशन भी सदर बाजार के बिल्कुल सामने होने के बावजूद पता नहीं क्यों जिला मैजिस्ट्रेट के आदेश लागू नहीं किए जा रहे। दुकानदरों द्वारा सरेआम दुकानों से 10-10 फुट तक सामान सड़क पर लगाया जा रहा है। दुकानदारों द्वारा किए गए अवैध कब्जों के कारण ट्रैफिक में रुकावट पड़ती है।