Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 08:45 AM
नैशनल स्टूडैंर्ट्स फैडरेशन (एन.एस.एफ.) ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष किरपाल सिंह बडूंगर के खुलेआम खालिस्तान के समर्थन में दिए बयान को राज्य एवं देश की एकता एवं अखंडता के खिलाफ बताया है।
अमृतसर(वार्ता, जशन): नैशनल स्टूडैंर्ट्स फैडरेशन (एन.एस.एफ.) ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष किरपाल सिंह बडूंगर के खुलेआम खालिस्तान के समर्थन में दिए बयान को राज्य एवं देश की एकता एवं अखंडता के खिलाफ बताया है।
एन.एस.एफ. ने मांग की है कि इस तरह के बयान दिए जाने पर प्रो बडूंगर के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह के बयान से राज्य में रहने वाले अल्पसंख्यकों में दहशत का वातावरण पैदा हो गया है। प्रो बडूंगर जिस एस.जी.पी.सी. के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं वह एस.जी.पी.सी. कानून के तहत एक पंजीकृत संस्थान है। इस संस्थान के महत्वपूर्ण पद पर बैठकर देश की एकता एवं अखंडता को प्रभावित करने वाले बयान किसी भी तरह से देशहित में नहीं हैं।
एन.एस.एफ. के अध्यक्ष महंत अमरनाथ महाराज और महासचिव राजविंद्र राजा ने कहा कि जिस खालिस्तान शब्द को लेकर पंजाब और देश के हालात 10 वर्षों से भी अधिक समय तक खराब रहे, हजारों निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया और देश के खजाने से अरबों रुपए जिस दहशतगर्दी को खत्म करने के लिए भारत सरकार को खर्च करने पड़े उसको रोकने और उसके प्रति शब्दों का खुलेआम उपयोग करने से सरकार नहीं रोकती तो यह देश के प्रति गद्दारी है। वहीं शिव सेना हिंदुस्तान के पदाधिकारियों की हंगामी बैठक जिला चेयरमैन दीपांशु सभ्रवाल व जिला प्रैस सचिव सूरज भारद्वाज की अध्यक्षता में इस्लामाबाद स्थित मुख्य कार्यालय में बुलाई गई।
इस दौरान सीनियर पंजाब उप-प्रधान रमन भल्ला शामिल हुए। रमन भल्ला ने कहा कि एस.जी.पी.सी. प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर ने खालिस्तान के समर्थन में जो बयान दिया है, वह अति निंदनीय है। उन्होंने कहा कि शिव सेना हिंदुस्तान और समूह हिंदू समाज सभी धर्मों का सत्कार करते हैं। प्रो. बडूंगर का खालिस्तान के समर्थन में दिया गया बयान पंजाब में हिंदू-सिख एकता को चोट पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पंजाब में हालात संवेदनशील बन रहे हैं।