Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Mar, 2018 11:41 AM
अपनी कोख में सदियों पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों किला सराय, हदीरा, डाक मीनारों को समेटे बैठा पवित्र शहर सुल्तानपुर लोधी चाहे लंबे समय से इन धरोहरों को संभालने की मांग करता चला आ रहा है, लेकिन श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश दिवस को लेकर इस शहर के...
सुल्तानपुर लोधी (अश्विनी): अपनी कोख में सदियों पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों किला सराय, हदीरा, डाक मीनारों को समेटे बैठा पवित्र शहर सुल्तानपुर लोधी चाहे लंबे समय से इन धरोहरों को संभालने की मांग करता चला आ रहा है, लेकिन श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश दिवस को लेकर इस शहर के निवासियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरों, डाक मीनारों की तरफ ध्यान दिया जाए, ताकि इनको देखकर सुल्तानपुर लोधी में प्रकाश दिवस पर आने वाली देश-दुनिया की लाखों संगत पर अच्छा प्रभाव पड़े।
गौरतलब है कि आज से करीब 536 वर्ष पहले गुरु नानक देव जी ने इस धरती पर पैर रख कर इसे धन्य किया था। गुरु जी ने अपनी जिंदगी के 14 वर्ष के करीब समय इस धरती पर गुजारा। उनकी याद में निर्मित गुरुधामों के दर्शन करने के लिए भारी संगत आती है। नानक नाम लेवा संगत के मन में श्री ननकाना साहिब की तरह इस नगरी प्रति श्रद्धा व आस्था है। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव को लेकर बड़ी उम्मीदें लोगों को हैं, लेकिन अब तक इस समारोह को लेकर सरकारी स्तर पर कोई सरगर्मी न होने से संगत के मन में उदासी का आलम है और जैसे-जैसे समय बीत रहा है, उनकी उदासी बढ़ती जा रही है।
शहरवासियों व सिख संगठनों के नेताओं जत्थे. परमजीत सिंह खालसा, भाई सुक्खा, गुरप्रीत सिंह, जसकरनबीर सिंह गोल्डी, परविन्द्र सिंह व अन्य ने मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंद्र सिंह से मांग की कि वह 550वें प्रकाश दिवस से पहले इस क्षेत्र की ऐतिहासिक निशानियों, डाक मीनारों, किला सराय, हदीरा आदि की मुरम्मत करवाने के लिए विशेष फंड जारी करें।