Edited By swetha,Updated: 03 Sep, 2018 11:54 AM
सरकार समय-समय पर कई तरह की योजनाओं के जरिए लोगों को सुविधाओं देने का प्रयास करती रहती है, मगर आजादी के 7 दशकों के बाद भी कोई ऐसा सिस्टम नहीं बन पाया कि लोगों को सरकारी विभागों के कार्यालयों में अपने काम करवाने में परेशानी का सामना न करना पड़े ।
गुरदासपुर (दीपक): सरकार समय-समय पर कई तरह की योजनाओं के जरिए लोगों को सुविधाओं देने का प्रयास करती रहती है, मगर आजादी के 7 दशकों के बाद भी कोई ऐसा सिस्टम नहीं बन पाया कि लोगों को सरकारी विभागों के कार्यालयों में अपने काम करवाने में परेशानी का सामना न करना पड़े । गुरदासपुर शहर की कचहरी में करीब 36 करोड़ रुपए की लागत से प्रबंधकीय काम्पलैक्स बनाया गया, जिसका उद्घाटन 15 अगस्त 2017 को मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने किया था। यहां अब जिला प्रशासन ने लगभग 40 कार्यालय एक ही जगह पर स्थापित किए हैं ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े, मगर इस तरह के प्रोजैक्ट होने के बावजूद प्रबंधकीय काम्पलैक्स में सुविधाओं की कमी के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
प्रबंधकीय काम्पलैक्स के प्रवेश द्वार पर लगे कूड़े के ढेर
जिला प्रबंधकीय काम्पलैक्स के प्रवेश-द्वार पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। यहां लोगों को गुजर कर जाना पड़ता है। हैरानी की बात यह है कि यहां पास जिले के डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी. तथा अन्य बड़े अधिकारी रोजाना आते-जाते हैं, मगर किसी का भी इस ओर ध्यान नहींं जाता।
पार्किंग स्थल में सुविधाओं की कमी
जिला प्रबंधकीय काम्पलैक्स में सबसे अधिक मुश्किल लोगों को वाहन पार्क करने में आ रही है। प्रबंधकीय काम्पलैक्स प्रवेश-द्वार पर ही वाहन चालकों कोसे पार्किंग (शुल्क वसूली) की पर्ची पकड़ा दी जाती है और पार्किंग सुविधा की बात की जाए तो यहां सबसे बड़ी समस्या वाहन पार्क करने की है। पर्ची काटने के बाद ही वाहन चालक आगे चला जाता है। कहां वाहन पार्क करना, इसके लिए कोई गाइड लाइन नहीं है। लोग यहां वाहन पार्क करके प्रबंधकीय काम्पलैक्स में काम करने चले जाते है और पीछे लोगों को परेशानी होती है। दूसरे पार्किंग को लेकर वर्करों का कोई ड्रैस कोड नहीं है।
शैड की सुविधा नहीं , बाथरूमों की दयनीय हालत
प्रबंधकीय काम्पलैक्स में कोई शैड न होने के चलते धूप और बारिश के दिनों में लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और वे प्रबंधों को लेकर कोसते नजर आते हैं।काम्पलैक्स में बने बाथरूम की हालत इतनी दयनीय है कि लोग जाने से कतराते हैं। शौचालयों में पानी भरा हुआ है और कई शौचालय टूटे हुए हैं। बाथरूमों में गंदगी के ढेर लगे नजर आते हैं। सूत्रों ने बताया कि काम्पलैक्स में कई बार पीने वाला पानी और बाथरूमों में पानी नहीं आता जिससे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
काम्पलैक्स की सड़क की खस्ता हालत
करोड़ों रुपए से बने इस प्रबंधकीय काम्पलैक्स में उस समय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जब लोग लंबा सफर तय करने के बाद काम्पलैक्स में दाखिल होते है तो उन्हें बरसात के मौसम में टूटी हुई सड़क के कारण मुश्किलों का सामना कर काम्पलैक्स में दाखिल होना पड़ता है। यहां लोग सरकार को कोसते नजर आते हैं कि करोड़ों रुपए का काम्पलैक्स तो तैयार कर लिया, मगर सड़क पर किसी भी अधिकारी ने ध्यान नहींं दिया।
हलके में बिना पक्षपात से चल रहे विकास कार्य : पाहड़ा
इस संबंधी जब हलका विधायक बरिंद्रमीत सिंह पाहड़ा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि गुरदासपुर क्षेत्र में पहले ही बिना पक्षपात के विकास कार्य चल रहे हैं जिसमें हर क्षेत्र के लोगों की समस्या दूर की जा रही है। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड से प्रबंधकीय काम्पलैक्स को जाती सड़क को जल्द ही बनाया जा रहा है और काम्पलैक्स में जो कुछ मुलाजिमों के कारण लोगों की परेशानी हो रही है, उसे वे जिला प्रशासन के साथ बातचीत कर पहल के आधार पर हल करेंगे।