Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 08:28 AM
मंडी कलां के युवक भूपिंद्र सिंह की खुदकुशी के मामले में मौड़-रामपुरा रोड पर नगरवासियों और किसान जत्थेबंदियों द्वारा चल रहा धरना आज उस समय समाप्त हो गया जब प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को 6 लाख रुपए नकद और 2 लाख का चैक (खुदकुशी के लिए मिलने वाली 3 लाख...
बालियांवाली (शेखर): मंडी कलां के युवक भूपिंद्र सिंह की खुदकुशी के मामले में मौड़-रामपुरा रोड पर नगरवासियों और किसान जत्थेबंदियों द्वारा चल रहा धरना आज उस समय समाप्त हो गया जब प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को 6 लाख रुपए नकद और 2 लाख का चैक (खुदकुशी के लिए मिलने वाली 3 लाख की सरकारी मदद की गारंटी के तौर पर) सौंप दिया।
इस समझौते में मृतक के भाई को सी.आई.ए. स्टाफ बठिंडा में दर्जा-4 की एक आरजी नौकरी भी दी गई और नौकरी पक्की करने के लिए डी.जी.पी. को केस बनाकर भेजा जाएगा। उक्त राशि आज नगरवासियों के इकट्ठ में भाकियू सिद्धूपुर के नेताओं ने पीड़ित परिवार को देते हुए 10 दिनों से चल रहे संघर्ष की जीत करार दिया। गौरतलब है कि भूपिंद्र सिंह ने खुदकुशी से पहले एक सुसाइड नोट में लिखा था कि उसकी मौत के लिए पंजाब पुलिस का एक सब-इंस्पैक्टर और मौड़ मंडी का एक व्यक्ति जिम्मेदार है जोकि इस केस में गवाही से मुकरने के लिए उससे पैसों की मांग कर परेशान कर रहे हैं। भाकियू सिद्धूपुर के बूटा सिंह भूंदड़ ने बताया कि प्रशासन द्वारा 6 लाख रुपए नकद दिए गए हैं और 3 लाख रुपए खुदकुशी पीड़ित की सरकारी सहायता भी परिवार को दी जाएगी जिस कारण आज धरना समाप्त कर दिया गया और मृतक युवक का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।