Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 02:36 PM
लोक इन्साफ पार्टी के मुखी और विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि विजीलैंस द्वारा सिटी सैंटर घोटाले के केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर मुख्यमंत्री कैप्टन व अन्य को क्लीन चिट देने के बाद उनके द्वारा दायर की गई शिकायत कोई राजनीतिक स्टंट नहीं बल्कि यह...
लुधियाना(कंवलजीत) : लोक इन्साफ पार्टी के मुखी और विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि विजीलैंस द्वारा सिटी सैंटर घोटाले के केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर मुख्यमंत्री कैप्टन व अन्य को क्लीन चिट देने के बाद उनके द्वारा दायर की गई शिकायत कोई राजनीतिक स्टंट नहीं बल्कि यह सारा मामला आम जनता तक जुड़ा हुआ है।
बैंस ने कहा कि पूर्व अकाली सरकार और कांग्रेस सरकार ने आपसी समझौता करके इस केस को कमजोर करने की कोशिश की है। यह सारा मामला पीछे 10 सालों से अदालत में चल रहा है। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने पर इस मामले की विजीलैंस की तरफ से क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई थी। बैंस ने आरोप लगाया कि बादल और कैप्टन परिवार के आपसी सांझ के बाद सियासी दबाव में विजीलैंस ने इस सारे केस की पैरवी सुचारू ढंग के साथ नहीं की।
बैंस अनुसार सिटी सैंटर प्रोजैक्टर बनाने वाली कम्पनी टू-डे होम ने अलग से मान्यवर सुप्रीम कोर्ट में केस दर्ज किया हुआ है। अगर पंजाब सरकार सिटी सैंटर घोटाले केस को बंद करती है तो उसे टू-डे होम कम्पनी को 1140 करोड़ रुपए जुर्माना देना पड़ेगा परंतु बादल सरकार से लेकर अब तक की गई कार्रवाई में सिर्फ कैप्टन अमरेन्द्र को इस केस में से बचाने के लिए केस को कमजोर किया गया है। सैशन कोर्ट की तरफ से इस केस की अगली सुनवाई 21 नवम्बर रखी गई।