Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Sep, 2017 01:51 PM
फिरोजपुर जेल में हत्या सहित अन्य आरोप में बंद 2 आरोपी पेशी के दौरान फरार हो गए।
अबोहर (रहेजा) : : फिरोजपुर सैंट्रल जेल से अबोहर कोर्ट में पेशी भुगतने लाए गए अबोहर निवासी विभिन्न आरोपों में नामजद 4 आरोपियों में से 2 आरोपी पुलिस को चकमा देकर तहसील परिसर के मुख्य द्वार के नजदीक पहले से ही तैयार खड़े मोटरसाइकिलों पर सवार होकर दोस्तों सहित फरार होने में सफल हो गए। जिक्रयोग्य है कि फरार हुए कैदियों पर नगर थाना नं. 2 तथा फाजिल्का में हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत मामले भी दर्ज हैंं।
जानकारी मिलने के पश्चात एस.एस.पी., डी.एस.पी., एस.एच.ओ. सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंची तथा कैदियों के साथ आए पुलिसकर्मियों से पूरी जानकारी हासिल की। जानकारी लेने के पश्चात एस.एस.पी. ने टीमों का गठन कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
कैसे भागे कैदी
फिरोजपुर सैंट्रल जेल के कर्मचारी ए.एस.आई. निशान सिंह, हैडकांस्टेबल कुलविन्द्र सिंह, हैड कांस्टेबल बलविन्द्र सिंह व होमगार्ड जवान गुरबचन सिंह पुलिस की बस में थाना बहाववाला में मुकद्दमा नं. 125 के तहत विभिन्न धाराओं में नामजद विचाराधीन कैदी अमृतपाल पुत्र बलजीत सिंह निवासी गांव खुईखेड़ा रूकनपुरा हाल आबाद कंधवाला रोड तथा रंजीत सिंह उर्फ राणा पुत्र अनूप सिंह निवासी ढाणी विशेषरनाथ व भीम हत्याकांड में नामजद हरिन्द्र सिंह हैरी तथा कन्नू को मैडम सतवीर कौर की अदालत में पेशी के लिए लेकर आए थे, जैसे ही पुलिस बस कोर्ट परिसर के बाहर पहुंची तो इनमें से अमृतपाल व रंजीत सिंह हथकडिय़ों से अपने हाथ निकालकर पहले से ही मोटरसाइकिल सहित तैयार अपने साथियों के साथ फरार हो गए। पुलिस ने काबू करने का प्रयास किया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। कैदियों के फरार होने के बाद बाकी टीम ने हैरी व कन्नू को मुस्तैदी से काबू कर कोर्ट परिसर में बने सैल में बंद कर दिया। 2 कैदियों के फरार होने की खबर मिलते ही अबोहर पुलिस सहित सैंट्रल जेल के पुलिस कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए।
3 घंटे तक पुलिस करती रही विचार-विमर्श
करीब साढ़े 12 बजे फरार हुए कैदियों को काबू करने के लिए अबोहर पुलिस कोई कार्रवाई करने की बजाय अपने उच्चाधिकारियों के मौके पर पहुंचने का इंतजार करती रही। एस.पी.डी. सहित एस.एस.पी. व अन्य पुलिस कर्मचारियों ने करीब 3 घंटे तक बंद कमरे में कैदियों के साथ आए पुलिस कर्मचारियों से जानकारी हासिल की। तत्पश्चात टीमों का गठन किया गया। अगर समय रहते ही पुलिस टीमों का गठन कर अबोहर के साथ लगती राजस्थान व हरियाणा की सीमाओं पर नाके लगाकर पुलिस को अलर्ट कर दिया जाता तो फरार कैदियों के जल्द ही काबू में आने की संभावना बढ़ जाती लेकिन पुलिस ने लापरवाही दिखाते हुए बैठकों में ही 3 घंटे गुजार दिए, जिससे मौका पाकर फरार कैदी पुलिस की पहुंच से दूर हो गए।
क्या था मामला
फरार कैदियों का जमीन को लेकर अपने ही रिश्तेदारों व नजदीकियों से पिछले काफी समय से झगड़ा चल रहा था। फरार कैदियों ने अपने साथियों सहित अपने चाचा हरपिन्द्रपाल सिंह के घर में घुसकर चाची कर्मजीत कौर से मारपीट की थी, जिसके पश्चात थाना बहाववाला पुलिस ने अमृतपाल व रंजीत सिंह उर्फ राणा सहित अन्य लोगों पर मुकद्दमा नं. 125 के तहत 31 दिसम्बर 2015 को 451, 506, 148, 149 सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इसी मामले में पुलिस द्वारा दोनों फरार आरोपियों को पेशी के लिए अदालत में पेश करने के लिए लाया जा रहा था।
क्या कहते हैं एस.एस.पी.
एस.एस.पी. ने बताया कि मामले में नामजद अन्य आरोपियों से पूछताछ करने के बाद जल्द ही भागे आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा। पुलिस कर्मचारियों द्वारा बरती गई लापरवाही के संबंध में ने एस.एस.पी. ने कहा कि जांच के पश्चात ही किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा, जबकि पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर नजर आ रही है।