Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Aug, 2017 11:04 AM
डिप्टी कमिश्नर जालंधर वरिंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि जिले में बाढ़ आने के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है एवं किसी भी
नकोदर (रजनीश) : डिप्टी कमिश्नर जालंधर वरिंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि जिले में बाढ़ आने के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है एवं किसी भी असुखद स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। डिप्टी कमिश्नर ने फिल्लौर एवं शाहकोट तहसील में सतलुज दरिया किनारे धुस्सी बांध का दौरा करने के साथ-साथ दरिया के नजदीक क्षेत्रों में स्थित गांवों का दौरा भी किया। विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों समेत डिप्टी कमिश्नर ने दरिया में अधिक पानी छोड़े जाने से पैदा होने वाली संभावित स्थिति के मद्देनजर किए गए प्रबंधों बारे जानकारी ली।
गांव कडियाणा में जमीन दरियाबुर्द होने से रोकने के लिए 27 लाख रुपए की लागत से लगाए गए 170 फुट लंबे स्टड का जायजा लेते हुए श्री शर्मा ने ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जमीन के बचाव के लिए अन्य किए जाने वाले कामों को शीघ्र पूरा करवाएं। सुधारा गांव में अस्थायी किनारों का जायजा लेते हुए डिप्टी कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्थायी बांध के लिए आवश्यक 48 लाख रुपए शीघ्र मंजूर करवाए जाएं।
नजदीकी गांवों के किसानों की ओर से दरिया में अधिक पानी आने से फसल को हुए नुक्सान के उठाए गए मामले बारे डिप्टी कमिश्नर द्वारा संबंधित तहसीलदारों को विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र पेश करने के आदेश दिए। इसके अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर द्वारा गदरा भोडा में 22 लाख रुपए की लागत से तैयार किए गए स्टड का भी जायजा लिया गया। उन्होंने ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बांध की सुरक्षा एवं अन्य आवश्यक प्रबंधों के लिए विभिन्न टीमों की तैनाती भी करें।