Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 04:01 PM
सरकारी प्राथमिक स्कूल की तरफ से पैसा न आने कारण बच्चों के लिए बनता मिड-डे मील मंगलवार को ब्लाक शहना के करीब 30 स्कूलों में नहीं बना।
शैहणा/ भदौड़: सरकारी प्राथमिक स्कूल की तरफ से पैसा न आने कारण बच्चों के लिए बनता मिड-डे मील मंगलवार को ब्लाक शहना के करीब 30 स्कूलों में नहीं बना। खाना बनाने वाली महिला वर्कर स्कूलों में तो आईं परन्तु स्कूलों में राशन न होने के कारण बेकार बैठने के लिए मजबूर थी।
जिक्रयोग्य है कि स्कूल प्रबंधकों ने राशि न आने कारण मिड -डे -मील बनाने से इन्कार कर दिया है। ब्लाक शैहणा के गांव शहना, बुर्ज फहतगढ़, विधाता, बखतगढ़, चीमा, उगोके, पक्खोके समेत 30 स्कूल में खाना नहीं बना।
स्कूलों में पढ़ते बच्चे अपने घरों से खाना लेकर आए और स्कूलों में बैठ कर खाया। लगभग 4 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि फंड न आने कारण अध्यापकों ने स्कूली बच्चों के लिए खाना बनाने से हाथ खड़े किए हैं। अध्यापक दल के जिला जनरल सचिव नरिन्दर गोयल ने संपर्क करने पर बताया कि फंड के अभाव कारण वह मजबूर हैं।