Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Dec, 2017 12:48 PM
एल.पी.यू. के छात्र आशीष प्रसाद की हत्या के आरोप में धरे गए पड़ोसी दोनों आरोपी हत्यारे भाइयों राहुल व अशोक कुमार पुत्र नसीब चंद को शनिवार थाना सतनामपुरा की पुलिस ने अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी भाइयों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश...
फगवाड़ा(जलोटा): एल.पी.यू. के छात्र आशीष प्रसाद की हत्या के आरोप में धरे गए पड़ोसी दोनों आरोपी हत्यारे भाइयों राहुल व अशोक कुमार पुत्र नसीब चंद को शनिवार थाना सतनामपुरा की पुलिस ने अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी भाइयों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं।
‘पंजाब केसरी’ से वार्तालाप के दौरान एस.पी. पी.एस. भंडाल ने उक्त सूचना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस हत्याकांड में शामिल 4 आरोपियों अभिषेक, अंकित दोनों पुत्र राहुल व रोहित, रिशभ दोनों पुत्र अशोक कुमार की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है। चारों आरोपी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। एस.पी. भंडाल ने बताया कि मृतक छात्र आशीष प्रसाद का शव पुलिस थाना सतनामपुरा की टीम ने सरकारी सिविल अस्पताल के शवगृह में पोस्टमार्टम करवा संबंधित परिजनों के हवाले कर दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक छात्र के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।
एक पल का क्रोध पूरे परिवार को हत्यारा बना गया
वहीं इस दौरान ‘पंजाब केसरी’ की टीम ने जब इलाके का दौरा किया तो लोगों ने कहा कि फगवाड़ा के शहीद ऊधम सिंह नगर की गली नं.-6 में हुआ लवली प्रोफैशनल यूनिवॢसटी में इंजीनियरिंग कर रहे छात्र का कत्ल कभी नहीं होता यदि उसके पड़ोसी संयम रख लेते लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पलक झपकते ही एक पल का क्रोध पूरे परिवार जिसमें 2 सगे भाई राहुल व अशोक व इनके 4 नाबालिग बेटे अभिषेक, अंकित, रोहित, रिशभ शामिल हैं, हत्यारे बन गए। लोगों ने कहा कि बर्थ-डे पार्टी पर झगड़ा दोनों पक्षों में हुए आपसी विवाद से शुरू हुआ था।
इसके बाद मामला निरंतर तूल पकड़ता चला गया। इस दौरान एक घायल युवक जिसका उल्लेख पुलिस केस में नहीं किया गया है, को तुरंत सिविल अस्पताल इलाज के लिए लाया गया। इसके बाद दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष शुरू हो गया । इसके पश्चात गंभीर रूप से घायल हुए आशीष प्रसाद को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया जहां सरकारी डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मंशा कदापि हत्या करने की नहीं थी: हत्यारे भाई
वहीं दूसरी ओर आरोपी हत्यारे भाइयों राहुल व अशोक कुमार ने पत्रकारों से वार्तालाप के दौरान कहा कि उनकी मंशा कदापि हत्या करने की नहीं थी।
पलक झपकते ही क्या से क्या हो गया वे खुद हैरान परेशान हैं लेकिन जब तक उनको अहसास होता तब तक मामला कुछ का कुछ बन चुका था।