Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Aug, 2017 10:34 AM
जालंधर में इस बार बारिश पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक होने के बावजूद मौसम में उमस व गर्मी का प्रकोप बढ़ा है। बरसाती पानी के अनुचित
जालंधर(राहुल): जालंधर में इस बार बारिश पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक होने के बावजूद मौसम में उमस व गर्मी का प्रकोप बढ़ा है। बरसाती पानी के अनुचित रख-रखाव से फसलें व मौसम दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार 1 जून से 31 जुलाई 2017 तक 224.9 एम.एम. बारिश हुई है जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले 66.6 एम.एम. अधिक है। वर्ष 2016 में इसी अंतराल के दौरान 158.3 एम.एम. बारिश रिकार्ड की गई थी। आगामी अगस्त माह के दौरान बारिश 183.6 एम.एम., सितंबर में 60 एम.एम. होने के आसार हैं। जालंधर जिला क्षेत्र में इस वर्ष (2017) के दौरान 586.8 एम.एम. बारिश होने के आसार हैं जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले 212.1 एम.एम. अधिक है। पिछले वर्ष के दौरान 374.7 एम.एम. बारिश रिकार्ड की गई थी। वर्ष 2015 में 546.9 एम.एम., वर्ष 2014 में 384.9 एम.एम., वर्ष 2013 में 619.7 एम.एम. बारिश रिकार्ड की गई थी।
यदि आंकड़ों के हिसाब सेे देखें तो पिछले 3 वर्षों के दौरान इस बार बारिश अधिक हो रही है, परंतु बरसाती पानी के उचित रख-रखाव व दोहन के तौर-तरीकों में आए बदलाव के चलते इस बार उमस व गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। इससे मौसमी सब्जियों, फसलों पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। कीटनाशकों व बीजों की क्वालिटी के प्रति कम जागरूकता से भी फसली चक्र प्रभावित हो रहा है।