Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 02:34 PM
पंजाब भर के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के उद्देश्य से अध्यापकों व बच्चों की हाजिरी को यकीनी बनाने संबंधी राज्य सरकार की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं लेकिन पंजाब सरकार के इन आदेशों को अध्यापक व बच्चे ठेंगा दिखाते ही नजर आ रहे हैं।
लुधियाना (सलूजा): पंजाब भर के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के उद्देश्य से अध्यापकों व बच्चों की हाजिरी को यकीनी बनाने संबंधी राज्य सरकार की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं लेकिन पंजाब सरकार के इन आदेशों को अध्यापक व बच्चे ठेंगा दिखाते ही नजर आ रहे हैं।
डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल के निर्देशों तहत अलग-अलग विभागों के सीनियर अधिकारियों पर आधारित टीमों ने एक साथ व एक ही समय पर 107 सरकारी स्कूलों में दस्तक देकर चैकिंग की। इस चैकिंग के दौरान 44 अध्यापक व 1637 बच्चे गैर हाजिर पाए गए।
बच्चों की बात करें तो 80 बच्चे ऐसे हैं जो लंबे समय से स्कूल ही नहीं आ रहे। न तो गैर हाजिर रहने वाले अध्यापकों व न ही बच्चों के बारे में स्कूल वाले कुछ स्पष्ट कर पाए हैं कि इसके पीछे कारण क्या है। इन टीमों ने मिड-डे मील तैयार करने वाले स्टाफ से भी जानकारी ली कि वे हर रोज बच्चों को खाने में क्या-क्या देते हैं। भोजन तैयार करने वाले स्थान को साफ रखने की भी हिदायतें दी गई।
पीने वाले पानी व सफाई का प्रबंध यकीनी हो
डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि यह चैकिंग सभी 8 सब डिवीजनों के तहत पडऩे वाले सरकारी स्कूलों में की गई। स्कूल प्रिंसीपलों को ये हिदायतें जारी की गई हैं कि बच्चों के लिए पीने वाले पानी का उचित प्रबंध किया जाए। स्कूल कैंपस में सफाई को प्राथमिकता देते हुए स्कूल की लाइब्रेरी, खेल मैदान व कम्प्यूटर ट्रेङ्क्षनग सैंटर की तरफ भी ध्यान दिया जाए।
गैर हाजिर रहने वालेे अध्यापकों पर होगी कार्रवाई
जिला शिक्षा अफसर सैकें डरी व प्राइमरी को कहा गया है कि वह गैर हाजिर रहने वाले अध्यापकों के खिलाफ बनती कार्रवाई को यकीनी तौर पर अमल में लाएं और यह भी पता करें कि जो बच्चे स्कूल से लगातार गैर हाजिर रह रहे हैं, उसकी मुख्य वजह क्या है। स्कूल में हर एक बच्चे की हाजिरी को यकीनी बनाया जाए। अग्रवाल ने कहा कि जिला लुधियाना में आफि स व समय की पाबंदी को कायम रखने के लिए इस तरह की चैकिंगेें लगातार जारी रखी जाएंगी।