Edited By Updated: 01 May, 2017 04:03 AM
आम आदमी पार्टी के लिए आने वाले दिन अग्निपरीक्षा से कम नहीं होंगे....
जालंधर(बुलंद): आम आदमी पार्टी के लिए आने वाले दिन अग्निपरीक्षा से कम नहीं होंगे। इसका अंदाजा इसी बात से लग रहा है कि एक तो लगातार 3 चुनाव हार चुकी आम आदमी पार्टी वैसे ही अंदर से टूट चुकी है, ऊपर से पार्टी के भीतर इस कदर खींचतान शुरू हो गई है कि अरविंद केजरीवाल का कद कुमार विश्वास, भगवंत मान, एच.एस. फूलका जैसे नेताओं के आगे छोटा होता दिखाई दे रहा है। ‘आप’ पार्टी जिस प्रकार एक बड़ी तेजी से सफलता की ओर बढऩे वाली पार्टी बनकर उभरी थी, उसी तेजी से इसका ग्राफ नीचे की ओर आता दिखाई दे रहा है।
दिल्ली की लीडरशिप से नाराजगी जाहिर की
सियासी जानकारों की मानें तो पंजाब में अकाली दल और दिल्ली में भाजपा आम आदमी पार्टी के विधायकों पर डोरे डाल रही है। पंजाब में जिस प्रकार ‘आप’ को जनता ने उम्मीद से बहुत कम वोट दिए और जिस तरह खुद ‘आप’ की पंजाब इकाई ने दिल्ली की लीडरशिप से नाराजगी जाहिर की है, इससे साफ है कि आने वाले दिनों में ‘आप’ पंजाब के विधायक दिल्ली की लीडरशिप के इशारों पर काम नहीं करेंगे। इसी सोच को व्यावहारिक रूप देने के लिए ‘आप’ की पंजाब इकाई में लगातार नए विचारों का आगमन हो रहा है। सुनने में यह भी आ रहा है कि ‘आप’ के कई विधायक अपनी ही पार्टी के बराबर नया एक ढांचा निर्माण करने का मन बना रहे हैं पर पार्टी लीडरशिप ऐसी किसी बात से सहमत नहीं है।
‘आप’ पर अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल की पैनी नजर टिकी
जिस बात से पंजाब इकाई में ज्यादा हलचल है, वह है अकाली दल की ‘आप’ में सेंध की बात। जानकारों की मानें तो ‘आप’ पर अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल की पैनी नजर टिकी है और पार्टी के दर्जन भर विधायक सीधे सुखबीर की राडार में हैं। जानकार बताते हैं कि कांग्रेस द्वारा ‘आप’ विधायकों को मुंह न लगाने के चलते अपनी ही पार्टी से असंतुष्ट ‘आप’ विधायकों का अकाली दल से मोह बढ़ता जा रहा है। कई ‘आप’ विधायक सीधे तौर पर सुखबीर के संपर्क में हैं। इतना ही नहीं कई ‘आप’ के बड़े नेता तक अकाली दल के संपर्क में हैं। ऐसे में पूरी कोशिश की जा रही है कि ‘आप’ के असंतुष्ट विधायकों को अकाली दल में लाकर अकाली दल खुद को पंजाब विधानसभा में मुख्य विरोधी पार्टी के रूप में कायम करे।
पार्टी है एकजुट: खैहरा
मामले बारे ‘आप’ के पंजाब प्रवक्ता सुखपाल सिंह खैहरा से बात की तो उनका कहना था कि आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए ये सब अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी पंजाब और दिल्ली में एकजुट है तथा पार्टी का एक भी विधायक पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जा रहा। उन्होंने कहा कि गत दिवस पार्टी विधायकों की बैठक में सबने पार्टी के प्रति पूरी वफादारी प्रकट की थी।
अपनी मर्जी से कोई अकाली दल में आना चाहे तो वैल्कम है: चंदूमाजरा
मामले बारे शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता प्रेम सिंह चंदूमाजरा का कहना है कि अकाली दल आम आदमी पार्टी को दोफाड़ करके उनके विधायक तोडऩे के पक्ष में नहीं है पर हां जैसे कि सबको पता है कि ‘आप’ का खात्मा हो चुका है और उनके विधायक ‘आप’ में अपना भविष्य खत्म मान रहे हैं, इसलिए अगर अपनी मर्जी से कोई अकाली दल में आना चाहे तो उसका वैल्कम है।