Edited By Updated: 27 Apr, 2016 02:25 PM
देश की आजादी के लिए शहीद होने वाले भगत सिंह को फांसी देने के मामले में जिन लोगों ने गवाहियों के लिए पैसा खाया, उनके नाम जल्द सामने लाए जाएंगे।
रूपनगर(विजय): देश की आजादी के लिए शहीद होने वाले भगत सिंह को फांसी देने के मामले में जिन लोगों ने गवाहियों के लिए पैसा खाया, उनके नाम जल्द सामने लाए जाएंगे। ये शब्द का पाकिस्तान में भगत सिंह फाऊंडेशन के चेयरमैन इमतियाज रशीद कुरैशी ने रूपनगर में पूर्व संसदीय सचिव राणा के.पी. सिंह के घर पर व्यक्त किए।
इस मौके पर फाऊंडेशन के सीनियर वाइस चेयरमैन सूफी चुफेल नदीम, वकील मोमिन मलिक, जगदीश भगत सिंह के अलावा भगत सिंह की भांजी गुरजीत कौर और उनके पति हरभजन सिंह भी मौजूद थे। कुरैशी ने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को जिस एफ.आई.आर. के अंतर्गत फांसी की सजा दी गई थी उस एफ.आई.आर. में किसी का नाम दर्ज नहीं है और यह मामला अज्ञात व्यक्तियों पर दर्ज था।उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रार लाहौर के पास फांसी देने का अधिकार नहीं है। इस केस में ब्रिटिश सरकार को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए।