Edited By swetha,Updated: 26 May, 2019 11:35 AM
अंसार गजावत-उल-हिंद के दिसम्बर, 2018 में 6 टॉप आतंकी मारे जाने के बाद जाकिर मूसा का यह संगठन काफी कमजोर हो गया था। संगठन को फिर से सक्रिय व कठोर करने के लिए जाकिर मूसा काफी लंबे समय से दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके में जगह बदल-बदल कर रह रहा था।
जालंधर (स.ह.): अंसार गजावत-उल-हिंद के दिसम्बर, 2018 में 6 टॉप आतंकी मारे जाने के बाद जाकिर मूसा का यह संगठन काफी कमजोर हो गया था। संगठन को फिर से सक्रिय व कठोर करने के लिए जाकिर मूसा काफी लंबे समय से दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके में जगह बदल-बदल कर रह रहा था। मूसा के बारे आर्मी व इंटैलीजैंस को पिछले तीन दिनों से इनपुट थे और मौका देख कर आर्मी ने मूसा के ठिकाने को घेर कर उसका काम तमाम कर दिया।
मूसा त्राल इलाके में रह कर वहां के युवाओं को अपने संगठन से जोड़ रहा था। मूसा खुद कट्टरपंथी था और युवाओं को भी अपने साथ जोड़ कर उनका माइंड वॉश कर रहा था। मूसा के लड़ाकू लगातार आर्मी की गोलियों का शिकार होते रहे जिसके चलते मूसा के संगठन में अब कोई लड़ाकू भी नहीं रहा। यह भी कहा जा सकता है कि अब अंसार गजावत उल हिंद का वजूद भारतीय सेना ने उखाड़ फैंका है। हालांकि उसके संगठन के लिए सोशल साइट्स के माध्यम से अलग-अलग स्थानों से पढ़े-लिखे युवाओं को संगठन में जोडऩे के प्रयास जारी थे। सूत्रों की मानें तो दिसम्बर, 2018 में त्राल इलाके से 3 युवा गायब हुए थे जिनके मूसा के संगठन में शामिल होने की चर्चा थी लेकिन उनमें से 2 युवक वापस आ गए थे लेकिन एक अब भी गायब है।
गौरतलब है कि 19 साल की उम्र में ही जाकिर मूसा आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था और उसे आतंकी संगठन में शामिल करवाने वाला भी बुरहान वानी ही था। आतंकी बनने के लिए सारी ट्रेनिंग के बाद मूसा ने 2017 को अपनी अलग विचारधारा के चलते अंसार गजावत उल हिंद का गठन किया था। बता दें कि जाकिर मूसा वही आतंकी है जिसने पहले तो मानावालां (अमृतसर) से सीटी इंस्टीच्यूट के छात्रों को ए.के. 56, विस्फोटक सामग्री व अन्य हथियार मुहैया करवाए थे जबकि बाद में उसने अपने स्टूडैंट्स आतंकियों से थाना मकसूदा में सीरियल बम धमाके भी करवाए थे। दोनों मामलों में कमिश्ररेट पुलिस ने मूसा को भी नामजद किया था लेकिन बाद में दोनों केस एन.आई.ए. को ट्रांसफर कर दिए गए थे।
कश्मीर के स्टूडैंट्स थे मूसा का टार्गेट
19 साल में आतंकी बनने वाला जाकिर मूसा कश्मीर के स्टूडैंट्स को टॉर्गेट बना रहा था, जो भी कश्मीरी युवक बाहरी राज्य में जाकर पढ़ाई कर रहा था मूसा किसी न किसी लिंक से उनसे बात करता था और उनका माइंड वॉश करता था। सीटी इंस्टीच्यूट से भी जो 3 स्टूडैंट्स पकड़े गए उन्हें भी मूसा के करीबी सोहेल ने ही मूसा से मिलवाया था और उसके बाद वह लगातार सोहेल के संपर्क में थे। मूसा कभी भी स्टूडैंट्स से खुद बात नहीं करता था। जब भी स्टूडैंट्स छुट्टी पर कश्मीर जाते तब जाकिर मूसा उन्हें मिल कर देश विरोधी बनाता था व कौम के लिए हथियार उठाने की हिदायतें देता था