Edited By Vaneet,Updated: 12 Apr, 2018 05:39 PM
बेशक पंजाब सरकार यह दावे करते नहीं थकती कि उन्होंने नशों की रोकथाम के लिए एस.टी.एफ. का गठन कर नशा बिक्री करने वालों के खिलाफ शि...
मोगा(आजाद): बेशक पंजाब सरकार यह दावे करते नहीं थकती कि उन्होंने नशों की रोकथाम के लिए एस.टी.एफ. का गठन कर नशा बिक्री करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसा हुआ है लेकिन सच्चाई यह है कि नशा बिक्री करने वाले खासतौर पर नशीला पाऊडर चिट्टा सरेआम बिक्री करने में लगे हुए हैं। रोजाना ही पुलिस चिट्टा बिक्री करने वालों को काबू भी करती है लेकिन फिर भी उक्त लोग नहीं रुकते। इसी नशे के दैत्य ने गत रात्रि माता-पिता के इकलौते बेटे को निगल लिया।
थाना मैहना के प्रभारी इंस्पैक्टर पलविन्द्र सिंह ने बताया कि किरनदीप सिंह (28) पुत्र अवतार सिंह निवासी बाघापुराना अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और उसकी एक बहन थी, जो शादीशुदा है। वह किसी काम संबंधी जालंधर पासपोर्ट कार्यालय गया था। रात को देर होने के कारण वह गांव लंडेके में अपने एक रिश्तेदार के घर रुक गया। वहां रात के समय उसकी हालत अचानक खराब हो गई जिस पर घरवालों ने बाघापुराना से उसके परिजनों को बुलाया लेकिन इस बीच उसने दम तोड़ दिया।
मृतक के पिता के बयानों पर हुई धारा 174 की कार्रवाई
थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों के अनुसार उनका बेटा कथित तौर पर नशे का आदी था। उन्होंने उसे इससे छुटकारा दिलाने के लिए कई माह नशामुक्ति केन्द्र में भी भर्ती करवाया था और कुछ दिन पहले ही वहां से आया था। नशे के चलते ही उसकी मौत हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर वह तथा सहायक थानेदार मेजर सिंह गांव लंडेके पहुंचे और शव को कब्जे में लेने के अलावा आसपास के लोगों और परिजनों से बात की तो उन्होंने कहा कि नशे के कारण ही किरनदीप की मृत्यु हुई है। मृतक के पिता अवतार सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह के बयानों पर धारा-174 की कार्रवाई की गई है और आज शव को सिविल अस्पताल मोगा से पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है।