Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jun, 2017 08:24 AM
डी.ए.सी. के अंदर बने हुए बूथों के अंदर बैठकर काम करने वाले वकीलों और बोली देकर प्रशासन से वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए पूरे डी.ए.सी. के अंदर पार्किंग का ठेका लेने वाले ठेकेदार के बीच सोमवार को उक्त लोगों के वाहनों की पार्किंग को जाने वाले रास्ते को...
जालंधर (अमित): डी.ए.सी. के अंदर बने हुए बूथों के अंदर बैठकर काम करने वाले वकीलों और बोली देकर प्रशासन से वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए पूरे डी.ए.सी. के अंदर पार्किंग का ठेका लेने वाले ठेकेदार के बीच सोमवार को उक्त लोगों के वाहनों की पार्किंग को जाने वाले रास्ते को बंद करने को लेकर खूब ठनी। जानकारी अनुसार शाम को जैसे ही कुछ वकील बाहर जाने लगे तो गलत ढंग से खड़ी एक गाड़ी के कारण वकीलों को अपनी गाडिय़ां बाहर निकालने में मुश्किल पेश आई और दूसरी तरफ पार्किंग ठेकेदार द्वारा हाल ही में लगाई गई तारों के कारण उनकी गाडिय़ां जहां खड़ी थीं वहीं खड़ी रह गईं। इस प्रकार से अपनी गाडिय़ां फंसी देखकर वकील भड़क उठे और उन्होंने पार्किंग ठेकेदार को बुलाकर अपनी परेशानी से अवगत करवाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पार्किंग ठेकेदार ने कहा कि जिस गाड़ी की वजह से रास्ता बंद हुआ है उसकी पर्ची उनके स्टाफ ने नहीं काटी है क्योंकि उक्त गाड़ी (नं पी.बी.-08 6283 मारुति कार) किसी महिला मुलाजिम की है जो रोजाना डी.ए.सी. में कोई ट्रेङ्क्षनग लेने के लिए आती है।
उसने भूलवश गाड़ी वकीलों की पार्किंग वाली जगह के बिल्कुल बीचों-बीच खड़ी कर दी थी जिस कारण सारा रास्ता बंद हो गया था। उक्त महिला को जब शाम को वापस जाते समय मामले की जानकारी मिली तो उसने अपनी गलती मानते हुए कहा कि उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि जिस जगह उसने गाड़ी खड़ी की है वह वकीलों की गाडिय़ों के रास्ते का एंट्री प्वाइंट है। पार्किंग ठेकेदार और वकीलों के बीच हुई तकरार के दौरान वकीलों ने ठेकेदार से कहा कि उसकी तरफ से पार्किंग में नाजायज तौर पर तारें लगाकर पैदल आने-जाने वालों का रास्ता भी बंद कर दिया गया है जिससे उनके कारोबार पर भी बुरा असर पड़ सकता है जिस पर ठेकेदार ने वकीलों को बताया कि उसकी तरफ से लगभग 10 फुट का पैदल रास्ता खाली छोड़कर ही तारें लगाई गई हैं और केवल टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर की पार्किंग को अलग-अलग करने के उद्देश्य से ही यह अस्थायी तारें लगाई गई हैं।
पार्किंग ठेकेदार ने कहा कि वह वकीलों से कोई पर्ची चार्ज नहीं कर रहा है और न ही उनकी पार्किंग का रास्ता किसी तरह से अवरुद्ध किया गया है इसलिए किसी किस्म के विवाद का सवाल ही पैदा नहीं होता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार शाम को मामला किसी तरह से शांत हो गया मगर आने वाले एक-दो दिन में उक्त मामले के तूल पकडऩे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि जिस दिन से पार्किंग ठेका अलाट हुआ है उसी दिन से किसी न किसी वजह से कोई न कोई विवाद खड़ा हो रहा है। इसे देखते हुए यह कहना भी गलत नहीं होगा कि अगर समय रहते प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में कोई बड़ी घटना भी हो सकती है।